गया : हृदय योजना के तहत गया व बोधगया के चार स्थलों के विकास के लिए बनायी गयी कार्ययोजना को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से चयनित एजेंसी ‘सृष्टि कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, फरीदाबाद’ की टीम के सदस्यों ने साेमवार काे समाहरणालय सभाकक्ष में विस्तार से बताया. गौरतलब है कि हृदय योजना के तहत एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) द्वारा वित्तपोषण किया जा रहा है. योजना के तहत वैतरणी व ब्रह्मसरोवर सरोवरों का विकास 5.86 करोड़ की लागत से किया जायेगा.
इसमें पाथ-वे का निर्माण, प्लेटफार्म का निर्माण, प्रकाश की व्यवस्था, सूचना के लिए साइनेज, उत्कृष्ट कोटि के शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, प्रवेश द्वार व मूर्ति विसर्जन के बाद होने वाली गंदगी की सफाई के लिए फिल्टर प्लान शामिल है.
विष्णुपद मंदिर, घाट व अक्षयवट का किया जाना है विकास दूसरी योजना विष्णुपद मंदिर व घाट के विकास की है, जो करीब 8.78 करोड़ रुपये की है. इसके तहत लक्ष्मी नारायण उद्यान व तुलसी उद्यान का निर्माण, बाजार क्षेत्र का विकास, सैनिटरी कंपलेक्स का निर्माण, देवघाट व देवघाट पथ का विकास शामिल है.
तीसरी योजना 1.61 करोड़ की लागत से अक्षयवट मंदिर कंपलेक्स के निर्माण की है, इसके तहत यात्री शेड का निर्माण, शौचालय का निर्माण, पेयजल, साइनेज, जूता रैक, प्रवेश द्वार व चहारदीवारी का निर्माण शामिल है.
मुहाने नदी पर हाेगा पुल का निर्माण चौथी योजना ढ़ुंगेश्वरी से महाबोधि मंदिर पथ का 18.42 करोड़ से निर्माण व सौंदर्यीकरण की है. इसके तहत ढ़ुंगेश्वरी में फ्लोरिंग व उद्यान, मठ कंप्लेक्स, मुहाने नदी पर पुल का निर्माण, ढ़ुंगेश्वरी मंदिर पर रेलिंग बनवाना, मठ में नियमित प्रकाश व ध्वनि शो का आयोजन व ढ़ुंगेश्वरी से महाबोधि मंदिर के रास्ते में आकर्षक प्रकाश व्यवस्था शामिल है. डीएम अभिषेक सिंह ने ढ़ुंगेश्वरी से महाबोधि मंदिर पथ में अतिक्रमित भूमि को अतिशीघ्र
खाली कराने के लिए बाेधगया के सीओ निर्देश दिया. उल्लेखनीय है कि इन चारों योजनाओं के पूरा हो जाने पर बोधगया व गया आकर्षक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो जायेंगे. इस अवसर पर हृदय योजना को क्रियान्वित करने वाली एजेंसी सृष्टि कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, फरीदाबाद की टीम व एडीबी बैंक के अधिकारियों के साथ-साथ जिले के वरीय पदाधिकारी भी उपस्थित थे.