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पढ़ाई से ज्यादा पबजी पर ध्यान दे रहे बच्चे, घंटों लगे रहते हैं मोबाइल पर

रांची : पबजी एक ऐसा गेम है, जो बच्चों व युवाओं के मानसिक व शारीरिक विकास पर बुरा असर डाल रहा है. इस गेम को खेलने वाले बच्चे खाना-पीना के साथ पढ़ाई तक भूल गये हैं. साथ ही बच्चे चिड़चिड़े होते जा रहे हैं. उक्त बातें प्रभात खबर से बातचीत में शहर के कुछ अभिभावकों […]

रांची : पबजी एक ऐसा गेम है, जो बच्चों व युवाओं के मानसिक व शारीरिक विकास पर बुरा असर डाल रहा है. इस गेम को खेलने वाले बच्चे खाना-पीना के साथ पढ़ाई तक भूल गये हैं. साथ ही बच्चे चिड़चिड़े होते जा रहे हैं. उक्त बातें प्रभात खबर से बातचीत में शहर के कुछ अभिभावकों ने कही. इनका कहना है कि इस गेम पर जल्द से जल्द रोक लगे. यह बच्चों का भविष्य बर्बाद करनेवाला गेम है. बच्चे पढ़ाई पर कम और पबजी गेम पर ज्यादा समय दे रहे है़ं कई लोगों ने बताया कि स्कूल से आने के बाद उनके बच्चे दिन भर मोबाइल पर लगे रहते हैं.

मना करने पर भी नहीं मानते हैं. कई बार तो फोन भी रिसीव नहीं करते हैं. गेम के चक्कर में समय से खाना नहीं खाते हैं. पढ़ाई पर इसका बुरा असर पड़ रहा है. अकेले-अकेले गेम खेलते हुए कभी हंसता है, तो कभी आक्रामक होकर मोबाइल बंद कर देता है. झारखंड की राजधानी रांची के पिस्का मोड़ की रहने वाली एक महिला ने बताया कि उनकी बेटी पबजी गेम की आदि हो गयी है़ प्रतिदिन मोबाइल पर घंटों बैठी रहती है. घर में रह कर भी वह हमारे साथ नहीं रहती है़ देर रात तक पबजी गेम के चक्कर में लगी रहती है.

जिस गेम से आदत खराब हो जाये, उससे बच्चों को दूर रहना बहुत जरूरी है. पबजी जैसे गेम बच्चों के मानसिक व शारीरिक विकास पर असर डाल रहे हैं. इसलिए तरह के गेम को इंडिया में बंद कर देना चाहिए, ताकि बच्चों की पढ़ाई और उसके स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव न पड़े.
पूनम प्रिया,फिरायालाल चौक

पबजी जैसे गेम में बच्चे ज्यादा शामिल हो रहे है़ं इस कारण न तो पढ़ाई सही से कर पा रहे हैं और न ही उनकी नींद पूरी हो रही है़ गेम खेलते-खेलते बच्चे अलग ही काल्पनिक दुनिया में जीने लगते है़ं प्रैक्टिकल लाइफ से दूर रहने लगते है़ं परिवार की बात भी नहीं सुनते हैं. इस पर रोक लगे.
लीना रस्तोगी, ब्लेयर अर्पाटमेंट

अगर अभिभावक बच्चों की मोबाइल एक्टिविटी पर ध्यान दें, तो बच्चे पबजी जैसे गेम के चक्कर में नहीं पड़ेंगे. बच्चे हों या युवा मोबाइल का इस्तेमाल जरूरी काम के लिए ही करें. पबजी जैसे गेम शारीरिक व मानसिक विकार को बढ़ा रहे है़ं बच्चों के साथ बड़े इस गेम के आदी हो गये है.
गरिमा जयंत, मोरहाबादी

बच्चों को अभिभावक कहानी सुनाने के बदले मोबाइल पर राइम्स लगा कर दे देते है़ं आज जितनी जानकारी मोबाइल के बारे में अभिभावकों को नहीं है, उससे कहीं ज्यादा बच्चे जानते है़ं अभिभावक बच्चों की एक्टिविटी पर ध्यान दें. गेम खेलने से रोकें. उनकी काउंसेलिंग करें.
पुनीता श्रीवास्तव, हटिया

कोई भी ऑनलाइन गेम बच्चों के लिए हानिकारक है.पबजी भी एक ऐसा गेम है, जो डिफरेंट मोड में खेला जाता है़ यह बच्चों को बहुत नुकसान पहुंचा रहा है. बच्चे इसमें ज्यादा समय बिताने लगे हैं. यही कारण है कि बच्चे आउट डोर एक्टिविटी से दूर हो गये है़ं इस गेम पर जल्द रोक लगे.
नीरा किशोर, बरियातू

पबजी का नशा युवाओं पर भी दिख रहा है. यह एक ऐसा गेम है, जिसे युवा लगातार आठ-आठ तक घंटे खेलते रहते हैं. इससे उनका व्यवहार तनावपूर्ण हो रहा है. माता-पिता अगर थोड़ी सतर्कता बरतें, तो अपने बच्चे को इस तनावपूर्ण स्थिति से बचा सकते हैं. बच्चे को इस गेम से दूर रखें.
दीपक सिन्हा, कडरू

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