बेंगलुरु : चेन्नईयिन एफसी ने शनिवार को यहां कांतिरावा स्टेडियम में मेजबान बेंगलुरु एफसी को 3-2 से हराकर इंडियन सुपर लीग के चौथे सत्र का खिताब जीत लिया. चेन्नई की टीम ने 2015 में भी यह ट्राफी जीती थी. तब उसने एफसी गोवा को पराजित कर खिताब हासिल किया था.
उसने चौथे सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री के नेतृत्ववाली टीम को लगभग एकतरफा अंदाज में हरा दिया. इस तरह उसने दो बार आईएसएल खिताब जीतनेवाली दूसरी टीम (एटीके के बाद) बनने का गौरव हासिल किया. वहीं, बेंगलुरु का पदार्पण सत्र में खिताब जीतने का सपना टूट गया. चेन्नईयिन को दूसरी बार आईएसएल खिताब दिलाने में ‘मैन आॅफ द मैच’ मेलसन एल्वेस (17वें और 45वें) और रफाएल अगस्तो (67वें) की भूमिका अहम रही. बेंगलुरु ने हालांकि, अपने कप्तान छेत्री द्वारा नौवें मिनट में किये गये गोल की मदद से बढ़त हासिल की थी, लेकिन इसके बाद का खेल पूरी तरह चेन्नई के नाम रहा.
पहले ही प्रयास में खिताब का सपना लेकर मैदान पर उतरे छेत्री ने बेंगलुरु को नौवें मिनट में ही सफलता दिला दी थी. छेत्री का यह इस सत्र का 14वां गोल था, जो उन्होंने मीकू और उदांता सिंह के प्रयास के बाद किया. मीकू ने उदांता को एक सटीक पास दिया, जिसे लेकर वह तेजी से दौड़े. उन्होंने सही समय पर गेंद को बॉक्स की ओर किया. मेलसन ने इसे रोकने का प्रयास किया, पर नाकाम रहे. छेत्री ने सूझबूझ दिखाते हुए बेहतरीन हेडर के जरिये गोल किया. बेंगलुरू के लिए दूसरा गोल इंजुरी टाइम में मीकू ने किया. कांतिरावा स्टेडियम में दर्शक और बेंगलुरु के खिलाड़ियों ने इसका जश्न मनाया. 17वें मिनट में चेन्नई ने एक बेहतरीन मूव बनाया और बराबरी का गोल करते हुए मेजबान टीम को सन्न कर दिया. चेन्नई के लिए यह गोल मेलसन ने दागा. उन्होंने ग्रेगरी नेल्सन की मदद से गेंद को पोस्ट में डालकर बराबरी दिला दी. मेलसन का यह इस सत्र का तीसरा गोल था. इसके बाद कोई बड़ा मौका नहीं बना.
22वें मिनट में नेल्सन को पीला कार्ड मिला. 30वें मिनट में हालांकि, बेंगलुरु को आगे निकलने का मौका मिला था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली. ऐसा लगा कि पहला हाफ 1-1 की बराबरी पर समाप्त होगा, लेकिन मेलसन ने 45वें मिनट में नेल्सन द्वारा दायें छोर से लिये गये कॉर्नर पर हेडर के जरिये गोल करते हुए चेन्नई को 2-1 से आगे कर दिया. दूसरे हाफ की शुरुआत में बेंगलुरु ने गेंद पर अच्छी पकड़ बनाये रखी और लगातार तीन कार्नर हासिल किये. उसे हालांकि सफलता नहीं मिली. 51वें मिनट में चेन्नई के लिए नेल्सन ने एक अच्छा प्रयास किया, लेकिन वह गुरप्रीत को नहीं छका सके. गुरप्रीत ने बेंगलुरु के लिए अच्छा बचाव किया. इसकी भरपाई हालांकि रफाएल अगस्तो ने 67वें मिनट में कर दी. चेन्नई 3-1 से आगे हो चुका था. रफाएल ने यह गोल चेन्नई के सबसे बड़े स्टार जेजे लालपेखलुआ के पास पर किया. यह एक नायाब गोल था.
बेंगलुरु ने 74वें मिनट में अच्छा मूव बनाया, लेकिन करणजीत सिंह ने छेत्री के हेडर को रोकते हुए अपनी टीम की दो गोल की बढ़त को कायम रखा. 78वें मिनट में लेनी रोड्रिग्वेज को पीला कार्ड मिला. 87वें मिनट में छेत्री बेहद करीब से गोल करने से चूक गये पर अतिरिक्त समय के दूसरे मिनट में मीकू ने उदांता के पास पर गोल करते हुए स्कोर 2-3 कर दिया. मीकू का यह इस सत्र का 15वां गोल है. छेत्री ने अगर वह गोल कर दिया होता तो स्कोर 3-3 होता. बेंगलुरु पहले प्रयास में खिताब से चूक गया, लेकिन इस लीग में उसका पदार्पण शानदार रहा.