धनबाद : केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) में खनन क्षेत्र में प्रगति (एआइएम-2020) विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इस राज्य के आदिवासी यहां की मिट्टी की आत्मा हैं. यहां खनन करनेवाली कंपनियों को उनका ख्याल रखना चाहिए.
उद्योग लगाये जाने के बाद आदिवासियों की समस्याओं को अनदेखी नहीं की जानी चाहिए. प्रयास होना चाहिए कि वे भी विकास से जुड़े. उन्होंने कहा कि यह भी सच है कि खनन उद्योग की वजह से आदिवासी समाज के समक्ष विस्थापन की समस्या आ रही है, इसलिए उनके पुनर्वास की भी व्यवस्था हो.
माइनिंग के पहले खनन कंपनियों को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. राज्यपाल ने कहा कि झारखंड में प्रचूर मात्रा में खनिज संपदा है. इसलिए यहां के अधिकतर लोग खनन पर निर्भर हैं. पर यह भी ध्यान देने की जरूरत है कि खनन से पर्यावरण को क्षति न पहुंचे.
अभिनंदन गेस्ट हाउस व एडवांस लैब का उद्घाटन
सिंफर परिसर में नवनिर्मित अभिनंदन गेस्ट हाउस व नवनिर्मित भगवंत सिंह उच्चानुशीलन खनन अनुसंधान केंद्र (लेबोरेटरी) का उद्घाटन राज्यपाल ने किया. इसके बाद महामहिम ने परिसर का भ्रमण किया. वैज्ञानिकों ने राज्यपाल को एडवांस रॉक मशीन लेबोरेटरी के संबंध में जानकारी दी. इससे पहले बरवाअड्डा हवाई अड्डा में राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.