धनबाद : प्रधानमंत्री के अति महत्वाकांक्षी अभियान ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के तहत नये वर्ष 2019 से सावित्री सर्जिकल एंड मेटरनिटी सेंटर (सहयोगी नगर, सरायढेला) में बेटियों के जन्म होने पर डिलिवरी राशि की 50 प्रतिशत फीस माफ कर दी जायेगी. इसके साथ ही बेटियों के जन्म को उत्सव के तौर पर मनाया जायेगा. इसका उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या पर रोक, बेटियों को बराबरी का दर्जा देना, स्त्री शिक्षा को बढ़ावा देना है.
ये बातें सेंटर की स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ रीना वर्णवाल व लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ बीके वर्णवाल ने प्रेस वार्ता में कही. डॉ रीना ने कहा कि सहयोगी नगर स्थित सेंटर में होने वाली सभी प्रकार की नॉर्मल डिलिवरी व सिजेरियन डिलिवरी पर छूट लागू रहेगी. उन्होंने कहा कि उनके यहां प्रत्येक माह की नौ तारीख को गर्भवती माताओं को नि:शुल्क परामर्श भी दिया जाता है.
डॉ रीना ने बताया कि कई बार वह देखती थीं कि बेटी पैदा होने पर लोग मायूस हो जाते है. महिला को दोषी बताते हैं. कुछ लोग नवजात बच्ची को छोड़कर चले जाते हैं. बेटे की चाह में कई लोग दूसरी शादी भी कर लेते हैं
मायके व ससुराल वालों में कई बार इसे लेकर अनबन हो जाती है. ऐसी मानसिकता को बदलना बेहद जरूरी है. बेटियां आज हर क्षेत्र में आगे हैं. उसे सहयोग की जरूरत है. डॉ रीना ने कहा कि धनबाद में बेटियों की संख्या कम है. इसके लिए जागरूकता बेहद जरूरी है. कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सामूहिक सहयोग की जरूरत है. इसमें एक पक्ष चिकित्सकों का भी है. कुछ ऐसे अनस्किल्ड लोग हैं, जो चिकित्सकीय पेशा को बदनाम कर रहे हैं.