घटना की सूचना मिलने पर प्रशिक्षु डीएसपी राजेंद्र प्रसाद व थाना प्रभारी एनडी राय दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे. इधर परिजन व ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर सारठ-देवघर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. आक्रोशित ग्रामीणों ने परिजनों को दो-दो लाख मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग की. कहा कि कृषि मंत्री रणधीर सिंह आने के बाद ही जाम हटाया जायेगा. पुलिस के लाख समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी. इधर सूचना मिलने पर एसडीओ नंद किशोर लाल, एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह, पालोजोरी पुलिस निरीक्षक डीएन आजाद भी पहुंचे. ग्रामीणों की मांग पर कृषि मंत्री से मोबाइल पर परिजनों की बात करायी गयी. कृषि मंत्री ने फोन पर सोमवार को आर्थिक सहायता देने का वादा करते हुए सरकारी सुविधा दिलाने का अाश्वासन दिया.
इधर एसडीओ एनके लाल ने पारिवारिक लाभ के तहत 20-20 हजार, विधवा पेंशन का लाभ एक सप्ताह के अंदर देने का अाश्वासन दिया. दूसरी ओर कृषि मंत्री के सलाहकार विष्णु राय ने तत्काल क्रिया क्रम के लिए पांच-पांच हजार नकद दिया. तब जाकर ग्रामीण माने. तब कहीं जाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा सका. पुलिस का सख्त रवैया को देख कर ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया. पांच घंटे के बाद जाम हटाया गया, तब कही जाकर आवागमन बहाल हुआ.
मौके पर थाना प्रभारी एनडी राय, ललन कुमार, श्रीनारायण राय, अकील अहमद, मो कलाम,नागेंद्र यादव, सीआइ सदानंद देव, कर्मचारी संजय दुबे, कृषि मंत्री के सलाहकार विष्णु राय, बीस सूत्री अध्यक्ष कृष्ण मुरारी राय, मुखिया अनिल राव, जयकुमार सिंह, देबू पोद्दार, ज्योति सिंह, वार्ड सुभाष झा समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.