34.1 C
Ranchi
Friday, March 29, 2024

BREAKING NEWS

Trending Tags:

कोटा से सांसद ओम बिड़ला चुने गये लोकसभा स्पीकर, छात्र जीवन से ही रहे राजनीति में सक्रिय, जानें कुछ खास बातें

नयी दिल्ली :लगातार दूसरी बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गये ओम बिड़ला को बुधवार को निर्विरोध लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया है. वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के प्रत्याशी थे जिसका समर्थन कांग्रेस सहित सभी प्रमुख दलों ने किया. पीएम मोदी ने लोकसभा अध्‍यक्ष चुने जाने के बाद ओम बिड़ला की जमकर […]

नयी दिल्ली :लगातार दूसरी बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गये ओम बिड़ला को बुधवार को निर्विरोध लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया है. वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के प्रत्याशी थे जिसका समर्थन कांग्रेस सहित सभी प्रमुख दलों ने किया. पीएम मोदी ने लोकसभा अध्‍यक्ष चुने जाने के बाद ओम बिड़ला की जमकर तारीफ की. ओम बिड़ला की बात करें तो वे कोटा से दूसरी बार सांसद चुने गये हैं. सांसद बनने से पहले ओम बिड़ला तीन बार कोटा साउथ सीट से विधायक भी चुने जा चुके हैं.

23 नवंबर 1962 को जन्में बिड़ला ने भारतीय जनता पार्टी से सक्रिय राजनीति की शुरूआत की. छात्र राजनीति में भी उन्होंने सक्रिय भूमिका निभायी. 1979 में वे स्टूडेंट यूनियन के अध्‍यक्ष चुने गये. भाजपा युवा मोर्चा के राज्य अध्‍यक्ष पद पर भी वे काबिज रहे. पार्टी इनके कार्यों से इतनी खुश हुई कि आगे चलकर उन्हें नेशनल लेवल का पद दिया और पार्टी का युवा राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष बनाया.

पहली बार 2003 में बने विधायक

ओम बिड़ला 2003 में पहली बार कोटा साउथ से विधायक चुने गये. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार शांति धारीवाल को करीब 10 हजार वोटों से शिकस्त दी. इसके बाद उन्होंने 2008 और 2013 में कोटा साउथ से पार्टी का परचम लहराया. 2003-08 तक वे राजस्थान सरकार में संसदीय सचिव (MoS rank) रहे. विधायक के बाद वे सांसद पहुंचे. 2014 में ओम बिड़ला को कोटा-बूंदी से भाजपा ने उम्मीदवार बनाया. इस 16वीं लोकसभा के चुनाव में उन्होंने पार्टी को निराश नहीं किया. इस चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार इज्यराज सिंह को 2,000,782 वोटों से मात दी. 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राजस्थान की 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 17वीं लोकसभा के लिए 2019 में हुए चुनाव में भी भाजपा ने कोटा-बूंदी सीट से ओम बिड़ला पर विश्‍वास जताया जिसपर वे खरे उतरे और इस सीट से जीत दर्ज की.

सामाजिक कार्यों में भी रहते हैं आगे

राजनीति के अलावा ओम बिड़ला सामाजिक कार्यों में भी बढ-चढ कर हिस्सा लेते हैं. वे सामाजिक सेवा, राष्ट्र सेवा, गरीब, वृ्द्ध, ​​विकलांग और असहाय महिलाओं की सहायता करने में रुचि रखते हैं. वे विभिन्न सामाजिक संगठनों के माध्यम से विकलांग, कैंसर रोगियों और थैलेसेमिया रोगियों की मदद कर चुके हैं और अभी भी करते रहते हैं. विकलांगों को मुफ्त साइकिलें, व्हीलचेयर और कान की मशीन उनके द्वारा प्रदान की गयीं. बढ़ते प्रदूषण को लेकर वे चिंतित रहते हैं. यही कारण है कि हरियाली में कमी को देखते हुए उन्होंने कोटा में लगभग एक लाख पेड़ लगाने के लिए एक प्रमुख "ग्रीन कोटा वन अभियान" लॉन्च किया. यही नहीं नेहरू युवा केंद्र के माध्यम से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की एक प्रमुख योजना उनके प्रयास से ही तैयार की गयी.

संसदीय सचिव के रूप में कार्यकाल

राजस्थान सरकार के संसदीय सचिव के रूप में उनके कार्यकाल को लोग आज भी याद करते हैं. इस दौरान उन्होंने गरीब, असहाय, गंभीर मरीजों को राज्य सरकार के माध्यम से 50 लाख की वित्तीय सहायता प्रदान करके उनकी सहायता की. बाढ़ पीड़ितों की मदद और राहत अभियान में राहत दल का नेतृत्व भी उन्होंने किया. 15-16 अगस्त 2004 को कोटा शहर में बाढ़ पीड़ितों को आश्रय और चिकित्सा सुविधाएं भी उनके द्वारा प्रदान की गयी.

परिवार में कौन-कौन

ओम बिड़ला ने मास्टर की डिग्री गवर्नमेंट कॉमर्स कॉलेज कोटा से ली. मार्च 1991 में डॉ अमिता बिड़ला के साथ शादी के बंधन में बंधे. उनकी दो बेटियां हैं. पहली का नाम अकांक्षा है जबकि दूसरी का नाम अंजली है. अकांक्षा चार्टर्ड एकाउंटेंट (C.A) है जबकि अंजली रामजस कॉलेज से राजनीति विज्ञान की पढ़ाई कर रहीं हैं. ओम बिड़ला के पिता का नाम श्री श्रीकृष्ण बिड़ला जबकि माता का नाम स्वर्गीय श्रीमती शकुंतला देवी है.

कब-कब किस पोस्ट पर रहे

-जिला अध्‍यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा, कोटा (1987–91)

-राज्य अध्‍यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा, राजस्थान (1991-1997)

-राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा (1997-2003)

-वाइस चेयरमैन, नेशनल को-ऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन लिमिटेड

-चेयरमैन, CONFED, जयपुर (जून 1992 से जून 1995)

You May Like

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें