नयी दिल्ली : भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने मंगलवार को कहा कि कश्मीर में जो कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ वह दिल्ली में भी हो सकता है. उन्होंने चेतावनी दी कि शाहीन बाग में लाखों सीएए विरोधी प्रदर्शनकारी घरों में घुस सकते हैं और महिलाओं से बलात्कार कर सकते हैं.
उनके इस बयान की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की और दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने उनके बयान पर एक रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपी है. पश्चिम दिल्ली के सांसद ने सोमवार को एक चुनावी रैली में कहा कि अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार बनती है तो शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल को 11 फरवरी की रात को ही खाली करा दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ जो हुआ वह दिल्ली में भी हो सकता है. दिल्ली में आठ फरवरी को चुनाव होना है और मतगणना 11 फरवरी को होगी. वर्मा ने कहा, कश्मीर में जो कश्मीरी पंडितों के साथ हुआ वह दिल्ली में भी हो सकता है. शाहीन बाग में लाखों लोग जुटते हैं, वे आपके घरों में घुस सकते हैं और आपकी बहनों एवं बेटियों से बलात्कार कर सकते हैं और उनकी हत्या कर सकते हैं. अब लोगों को निर्णय करना है.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि जांच होनी चाहिए कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के लिए कौन लोगों को भड़का रहा है, जबकि सरकार ने बार-बार आश्वासन दिया है कि संशोधित कानून के कारण किसी की भी नागरिकता नहीं जायेगी. वर्मा ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया और अब राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को निर्णय करना है कि आठ फरवरी को विधानसभा चुनावों में वे किसे वोट देना चाहते हैं. जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में वर्मा ने एक चुनावी रैली में सोमवार को कहा था कि 11 फरवरी की रात को ही शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल को खाली करा लिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा चुनावों में जीतती है तो उनके संसदीय क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बने 40 मस्जिद, कब्रिस्तान और ‘मजारों’ को साफ कर दिया जायेगा. वर्मा ने यही बयान इस महीने की शुरुआत में संवाददाता सम्मेलन में दिया था, लेकिन अवैध निर्माण की संख्या 50 बतायी थी. दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी ने वर्मा के ‘भड़काऊ बयानों’ पर एक रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी है. चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर तथा वर्मा को विवादास्पद टिप्पणियों के लिए चुनाव आयोग जल्द ही कारण बताओ नोटिस जारी कर सकता है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीईओ कार्यालय की तरफ से भेजी गयी रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने गौर किया है और उसका मानना है कि पार्टी के दोनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाना चाहिए.
ठाकुर ने सोमवार की रैली में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों पर बरसते हुए कहा, गद्दारों को गोली मार दी जानी चाहिए. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और उनकी पार्टी के सहयोगी अजय माकन ने चुनाव आयोग में ठाकुर और वर्मा के खिलाफ शिकायत की. कांग्रेस ने वर्मा और ठाकुर के चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और आरोप लगाया कि दिल्ली चुनावों के संप्रदायीकरण और ध्रुवीकरण के लिए वे भड़काऊ बयान दे रहे हैं.