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होली के रंग में रंग गया पूरा शहर, होलिका दहन आज
दरभंगा : ‘होली आयी रे कन्हाई होली आयी रे सुना दे जरा बांसुरी, जोगीजी धीरे-धीरे नदी के तीरे-तीरे, होली खेले रघुवीरा अवध में होली खेले रघुवीरा’ सरीखे होली गीतों के बोल वातावरण में गूंजने लगे हैं. रंगों के त्योहार होली को लेकर चरम पहुंचे लोगों के उत्साह को होली गीत दोगुणा कर रही है. त्योहार […]
दरभंगा : ‘होली आयी रे कन्हाई होली आयी रे सुना दे जरा बांसुरी, जोगीजी धीरे-धीरे नदी के तीरे-तीरे, होली खेले रघुवीरा अवध में होली खेले रघुवीरा’ सरीखे होली गीतों के बोल वातावरण में गूंजने लगे हैं. रंगों के त्योहार होली को लेकर चरम पहुंचे लोगों के उत्साह को होली गीत दोगुणा कर रही है.
त्योहार की उमंग छलक रही है. वातावरण होली के रंग में रंग गया है. बच्चों की टोली युवाओं के साथ होलिका के लिए अगजा जमा करने में जुटी है. जगह-जगह चौक-चौराहों व गली-मुहल्लों में अगजा जमा कर लिये गये हैं.
बगल के अगजा से अपनी होलिका को उंची करने में मंगलवार की सुबह से ही युवा व बच्चे जुटे नजर आये. कल यानी बुधवार की शाम परंपरागत तरीके से होलिका जलायी जायेगी. अगले दिन अर्थात गुरुवार को रंगों से पूरा शहर सराबोर होगा.
रात 8:22 बजे के बाद जलायी जायेगी होलिका
असत्य पर सत्य के विजय का प्रतीक होलिका दहन बुधवार की रात किया जायेगा. परंपरा के अनुसार बड़े-बुजुर्ग होलिका जलायेंगे. विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार इस बार रात 8.22 बजे के बाद होलिका दहन के लिए मुहुर्त है. संस्कृत विवि के सेवानिवृत्त विद्वान डॉ शशिनाथ झा कहते हैं कि फागुन पूर्णिमा तिथि में होलिका दहन का विधान है.
बुधवार की सुबह 9.30 बजे से पूर्णिमा आरंभ हो रहा है, लेकिन रात 8.22 बजे से पूर्व तक भद्रा है. भद्रा में होलिका दहन निषिद्ध है. इसलिए इसके बाद ही होलिका दहन का मुहुर्त है. पूरी रात पूर्णिमा है. अगले दिन यानी गुरुवार की सुबह 7.14 बजे के बाद प्रतिपदा शुरू हो रहा है. इसलिए होली 21 मार्च को मनायी जायेगी.
रंग-अबीर व पिचकारी की जमकर हुई बिक्री
बाजार में जगह-जगह रंग-अबीर व पिचकारियों की दुकानें सज गयी हैं. यूं तो लोग पिछले दिनों से ही खरीदारी करने में जुटे हैं, लेकिन त्योहार के निकट आने से आज भीड़ अधिक दिखी. लोगों ने जहां रंग-बिरंगे गुलाल के पैकेट खरीदे, वहीं विभिन्न रंगों की पुरिया खरीदते दिखे. बच्चे मनपसंद पिचकारी खरीद कर खुश नजर आ रहे थे.
दिख रहा आचार संहिता का असर
इस बार होली पर लोकसभा चुनाव को ले लागू आदर्श आचार संहिता का असर साफ नजर आ रहा है. एक सप्ताह पूर्व से ही जगह-जगह साउंड सिस्टम लगा लोग होली गीतों का आनंद उठाने लगते थे.
इस बार ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है. प्रशासन ने डीजे बजाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा रखी है. अश्लील गीतों पर रोक है. प्रशासन की ओर से अवैध तरीके से इस्तेमाल के कारण करीब दर्जनभर डीजे जब्त करते हुए संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज किये जाने से इसका प्रभाव और भी अधिक नजर आ रहा है.
खरीदारों से गुलजार रहे बाजार
होली पर पुआ-पुरी, खीर, दही-बारा, शरबत आदि के प्रबंध के लिए बाजार में सुबह से ही चहल-पहल नजर आने लगी थी. लोगों ने जमकर खरीदारी की. इसके अतिरिक्त रेडीमेड कपड़ों की दुकान में अधिक भीड़ नजर आयी. उल्लेखनीय है कि मिथिला में होली तथा छठ के अवसर पर नये वस्त्र खरीदने की परंपरा है.
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