दरभंगा : डीएमसी ऑडिटोरियम में माइक्रोबायलॉजी विभाग की ओर से चिकनगुनिया व डेंगू पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. उदघाटन प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा एवं अन्य ने दीप जलाकर किया. इससे पूर्व माइक्रोबायलोजी विभाग में प्राचार्य डॉ सिन्हा ने वायरोलॉजी लेवेल टू लैब का उद्घाटन किया. मौके पर प्राचार्य श्री सिन्हा ने कहा कि लैब खुलने से वायरस जनित महामारी की रोकथाम में मदद मिलेगी. विभागाध्यक्ष डॉ बाइके सिंह ने कहा कि पीएमसीएच के बाद यहां लैब की स्थापना की गयी है. करीब 30 विभिन्न वाइरस जनित बीमारियों का पता लगाने एवं महामारी की रोकथाम में लैब कारगर साबित होगा. लैब की देखरेख पांच वर्षों तक इंडियन कांउन्सिल मेडिकल रिसर्च विभाग करेगा.
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अब 30 बीमारियों की होगी पहचान
दरभंगा : डीएमसी ऑडिटोरियम में माइक्रोबायलॉजी विभाग की ओर से चिकनगुनिया व डेंगू पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. उदघाटन प्राचार्य डॉ आरके सिन्हा एवं अन्य ने दीप जलाकर किया. इससे पूर्व माइक्रोबायलोजी विभाग में प्राचार्य डॉ सिन्हा ने वायरोलॉजी लेवेल टू लैब का उद्घाटन किया. मौके पर प्राचार्य श्री सिन्हा ने कहा कि लैब […]
डेंगू व चिकनगुनिया के लक्षण व बचाव की दी गयी जानकारी: पाण्डुचेरी के डॉ राहुल ने डेंगू की पहचान व इलाज के बारे में बताया. कहा कि वायरस की पहचान होने से डेंगू पीड़ित मरीजों की इलाज आसान हो जाता है. डेंगू का वायरस चार तरह का होता है. ये वायरस एडीज एल्बोपिक्टस मच्छर के जरिए फैलता है. डॉ पीके लाल ने कहा कि डेंगू को ब्रेक बोन बुखार के नाम से भी जाना जाता है. बहुत ज्यादा बुखार होना, शरीर पर चकते पड जाना, रक्त में प्लेटलेटस की संख्या कम हो जाना डेंगू के लक्षण हैं. बच्चों में डेंगू के लक्षण साधारण सर्दी, बुखार तथा उल्टी आना हो सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बुखार, ब्लेडर की समस्या, लगातार सिरदर्द, चक्कर आना, भूख नहीं लगना व रक्त श्राव इसकी मुख्य प्रवृति है. डॉ आरके दास ने चिकनगुनिया के बारे में जानकारी दी.
कहा कि इसमें अचानक बुखार के साथ जोड़ों में दर्द महसूस होता है. इसके अलावा सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सूखी उबकाई, थकान, त्वचा पर लाल रैशिज़ जैसी समस्याएं होने लगती है. यह बीमारी उसी मच्छर के काटने से होती है, जो जीका और डेंगू के लिए ज़िम्मेदार है. डॉ एमके पूर्वे ने वाइरल गैसट्रोएनटेरिटिस, डॉ एके सरकार ने वाइरल डीजीज, डॉ एसके शाही ने डेंगू के लक्षण व बचाव के बारे में जानकारी दी. विभागाध्यक्ष डॉ वाइके सिंह के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में डॉ सूरज नायक, डॉ प्रशन्ना, डॉ आरएस प्रसाद, डॉ बीके सिंह, डॉ पीके सिंह आदि मौजूद थे.
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