पटना : कंकड़बाग थाने के टीपीएस कॉलेज के समीप तारकेश्वर पथ में सोमवार की रात साढ़े नौ बजे अपराधियों ने व्यवसायी राजेश अग्रवाल से रुपयों से भरा बैग छीन लिया. इसका विरोध राजेश अग्रवाल ने किया और इसी दौरान एक अपराधी का मास्क उतर गया और राजेश ने उनको पहचान लिया. पहचानने के कारण उस अपराधी ने राजेश अग्रवाल को गोली मार दी. गोली राजेश अग्रवाल के पेट में लगी.
पहचान हो जाने के डर से व्यवसायी को मारी गोली
पटना : कंकड़बाग थाने के टीपीएस कॉलेज के समीप तारकेश्वर पथ में सोमवार की रात साढ़े नौ बजे अपराधियों ने व्यवसायी राजेश अग्रवाल से रुपयों से भरा बैग छीन लिया. इसका विरोध राजेश अग्रवाल ने किया और इसी दौरान एक अपराधी का मास्क उतर गया और राजेश ने उनको पहचान लिया. पहचानने के कारण उस […]
लेकिन राजेश अग्रवाल ने बहादुरी दिखायी और गोली लगने के बावजूद अपराधियों के चंगुल से निकलते हुए एक किलोमीटर बाइक चलाते हुए अपने एक दोस्त की दुकान पर पहुंच गये. इसके साथ ही परिजनों को भी फोन कर गोली लगने के बजाय एक्सीडेंट होने की जानकारी दी और अपने दोस्त से संपर्क करने को कहा.
इसके बाद उनकी हालत खराब हो गयी और फिर उस करीबी ने उन्हें इलाज के लिए राजाबाजार स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया, जहां उनकी हालत फिलहाल खतरे से बाहर बतायी जाती है. राजेश अग्रवाल का घर चिरैयाटांड़ के मारुति नगर में स्थित है. खास बात यह है कि उनका घर घटनास्थल से निकट में हैं. लेकिन वे अपने घर पर नहीं गये, क्योंकि उन्हें गोली लगने की जानकारी के बाद परिजन परेशान हो जाते, इसलिए वे अपने दोस्त की दुकान पर चले गये.
कलेक्शन कर लौट रहे थे
सूत्रों के अनुसार व्यवसायी राजेश अग्रवाल प्रतिदिन की तरह कंकड़बाग इलाके से पैसा कलेक्शन करने के बाद तारकेश्वर पथ होते हुए अपने मारुति नगर स्थित आवास पर बाइक से आ रहे थे. इसी बीच यह वारदात हुई. अपराधियों ने पहले एक गोली चलायी.
वह दूसरी गोली चलाता, इससे पहले ही राजेश अग्रवाल ने अपनी स्टार्ट बाइक का एक्सिलेटर दबा दिया और वहां से भाग निकले. एक किलोमीटर दूर जा कर अपने करीबी के दुकान पर बाइक को रोका और जानकारी दी. घर पर फोन कर गोली लगने के बजाय एक्सीडेंट की जानकारी दी. कंकड़बाग थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि वे अस्पताल में भर्ती हैं, जिससे बयान नहीं लिया जा सका है.