सेंचुरियन : भारतीय कप्तान विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में 5-1 से जीत पर फूल कर कुप्पा होकर बैठने के मूड में नहीं हैं क्योंकि उन्होंने उन क्षेत्रों की पहचान कर ली है जिनमें अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले सुधार की जरूरत है. कोहली ने वनडे श्रृंखला की समाप्ति के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम निश्चित तौर पर टीम के रूप में एक साथ बैठकर उन क्षेत्रों पर बात करेंगे जिनमें सुधार की जरूरत है. मैं इससे इनकार नहीं कर रहा हूं कि ऐसे क्षेत्र नहीं हैं जिनमें सुधार की गुंजाइश नहीं है.
हम जानते हैं कि एक टीम के तौर पर कुछ चीजों में सुधार की जरूरत है. हमने इनकी पहचान कर ली है. अब इन पर चर्चा करना और उनमें सुधार करना हमारी जिम्मेदारी है. ‘ भारत ने आखिरी मैच के लिए केवल एक बदलाव किया तथा भुवनेश्वर कुमार की जगह शार्दुल ठाकुर को टीम में रखा. कोहली ने कहा कि उन्हें जसप्रीत बुमराह को विश्राम देने में कोई तुक नजर नहीं आ रहा था. उन्होंने कहा, ‘‘संभवत: एक ही खिलाड़ी था जिसके साथ हम प्रयोग करना चाहते थे और वह भुवी था क्योंकि उस पर काम का बहुत अधिक भार है.
बुमराह इस प्रारूप में विश्वस्तरीय गेंदबाज है. बुमराह को बाहर करना शिखर धवन या रोहित शर्मा को बाहर करने जैसा है. उन चीजों के बारे में कोई भी बात नहीं करेगा. गेंदबाजों को बाहर करना बहुत आसान होता है. ‘ कोहली ने कहा, ‘‘भुवी पर काम बहुत अधिक भार था और कलाई के दोनों स्पिनर (युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव) जिस तरह से गेंदबाजी कर रहे थे उसे देखते हुए वे सभी मैच खेलने के हकदार थे. ‘
अंजिक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर को मौका देने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने मध्यक्रम को मजबूत करना चाहते हैं और इसलिए हम उन्हें जितना संभव हो उतने मौका देना चाहते हैं. यह अय्यर और रहाणे के लिए भी महत्वपूर्ण है. यह समझना महत्वपूर्ण है कि एक पारी किसी के करियर में अंतर पैदा कर सकती है. इसलिए हमने उन्हें एक अतिरिक्त मौका दिया.’