मुंबई : भारत की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने शुक्रवार को कहा कि उसे कंपनी के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन को हटाने के राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीली न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के आदेश का कंपनी पर कोई प्रभाव नहीं दिखता है. कंपनी के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन ने कहा कि एनसीएलएटी के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी है.
चंद्रशेखरन को हटाने के एनसीएलएटी के आदेश के प्रभाव के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि बिल्कुल कोई प्रभाव नहीं और जैसा कि आप जानते हैं कि इस मामले को सुप्रीम कोर्ट को भेज दिया गया है. कंपनी ने भी अपील की और सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है. हमें कंपनी पर इसका कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिखता है.
उन्होंने कहा कि कंपनी कानूनी लड़ाइयों को लेकर चिंतित नहीं है. एनसीएलएटी ने पिछले महीने फैसला सुनाया था कि जिस बैठक में विविध समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के अध्यक्ष के बतौर साइरस मिस्त्री को हटा दिया गया था, वह अवैध था और उसने उनकी बहाली का आदेश दिया था. चंद्रशेखरन ने एक बड़ी कॉरपोरेट लड़ाई के बाद टाटा संस के अध्यक्ष के पद पर मिस्त्री की जगह ली थी.