बेंगलुरू : देश की दूसरी बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी इंफोसिस का समग्र मुनाफा चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही में 38.3 फीसदी बढ़कर 5,129 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 3,708 करोड़ रुपये रहा था.
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कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसका राजस्व 17,273 करोड़ रुपये की तुलना में तीन फीसदी बढ़कर 17,794 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी ने वित्त वर्ष 2017-18 के लिए राजस्व वृद्धि 5.5 से 6.5 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया है.
इंफोसिस ने बताया कि दिसंबर तिमाही के दौरान उसने अमेरिकी प्रशासन के साथ अग्रिम मूल्यनिर्धारण अनुबंध किया है, जिससे उसे 1,432 करोड़ रुपये के कर प्रावधानों से छूट मिली. उसने कहा कि इसी कारण आलोच्य तिमाही के दौरान मुनाफा बढ़ा है.
कंपनी ने बताया कि प्रतिशेयर मूल लाभ बढ़कर 6.29 रुपये हो गया है. सलिल पारेख के कंपनी के नये मुख्य कार्यकारी अधिकारी व प्रबंध निदेशक बनाये जाने के बाद यह कंपनी का पहला तिमाही परिणाम है.
पारेख ने कहा कि हमारा तीसरी तिमाही का प्रदर्शन मजबूत रहा है. हम स्थिरता की ओर बढ़ रहे हैं और नये क्षेत्रों में उपभोक्ताओं की जरूरतें पूरी करने की स्थिति हासिल कर रहे हैं. दिसंबर तिमाही के अंत तक कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 2.01 लाख रही.
इंफोसिस ने बताया कि उसके प्रेजिडेंट राजेश के मूर्ति ने निजी कारणों से पद से इस्तीफा दे दिया है और वह 31 जनवरी, 2018 तक ही कंपनी से जुड़े रहेंगे.