31.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

माझेरहाट ब्रिज को तोड़ कर एक साल में बनेगा नया फ्लाइओवर

कोलकाता : माझेरहाट ब्रिज को पूरी तरह से तोड़ दिया जायेगा और उसके स्थान पर यहां अत्याधुनिक तरीके से नये फ्लाइओवर का निर्माण किया जायेगा. एक वर्ष के अंदर नये ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा. यह जानकारी शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नवान्न भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते […]

कोलकाता : माझेरहाट ब्रिज को पूरी तरह से तोड़ दिया जायेगा और उसके स्थान पर यहां अत्याधुनिक तरीके से नये फ्लाइओवर का निर्माण किया जायेगा. एक वर्ष के अंदर नये ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा. यह जानकारी शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नवान्न भवन में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए दी. माझेरहाट ब्रिज को लेकर मुख्य सचिव के नेतृत्व में बनी उच्चस्तरीय जांच समिति ने शुक्रवार को प्राथमिक रिपोर्ट पेश की है.
समिति ने कहा है कि इस ब्रिज की मरम्मत करने से भी इसकी स्थिति बेहतर नहीं होगी. इसलिए माझेरहाट ब्रिज को पूरी तरह से तोड़ कर वहां नया फ्लाइओवर का निर्माण करने का फैसला लिया गया है. रिपोर्ट में दिये गये तथ्यों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि इस रिपोर्ट में ब्रिज गिरने के पीछे लोक निर्माण विभाग की लापरवाही को भी एक प्रमुख कारण बताया गया है.
उन्होंने कहा कि 2016 में पीडब्ल्यूडी ने माझेरहाट पुल के बारे में जानकारी दी थी, लेकिन इसकी मरम्मत का काम शुरू नहीं किया गया. ऐसे में वह इस हादसे के जिम्मेदार होते हैं. आखिर क्यों समय रहते उसकी मरम्मत नहीं की गयी. अगर मरम्मत नहीं की गयी, तो वहां सावधानियां क्यों नहीं बरती गयीं. इसके लिए लोक निर्माण विभाग जिम्मेवार है और पुलिस मामले की जांच कर रही है.
ऐसे में जिस भी अधिकारी का नाम सामने आयेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि माझेरहाट ब्रिज गिरने की घटना के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे के बाद जांच समिति का गठन किया था. तब मुख्यमंत्री ने कहा था कि ब्रिज के ढह जाने के कारणों का पता लगाने के लिए मुख्य सचिव मलय दे की अगुवाई में एक समिति जांच करेगी.
उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी, जिनकी लापरवाही से यह हादसा हुआ. किसी को बख्शा नहीं जायेगा. हालांकि मेट्रो निर्माण कार्य इससे प्रभावित हो सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि रिपोर्ट में मेट्रो से जुड़े निर्माण कार्य के कारण वाइब्रेशन (कंपन) का भी उल्लेख किया गया है. साथ ही रिपोर्ट में पीडब्ल्यूडी की लापरवाही का भी उल्लेख किया गया है.
जर्जर हालत में हैं महानगर के सात पुल
कोलकाता. बीते चार सितंबर को माझेरहाट पुल का एक हिस्सा ढहने की घटना की पृष्ठभूमि में राज्य लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने कोलकाता के सभी पुलों का निरीक्षण करने के बाद कहा कि सात पुलों की हालत बेहद ‘जर्जर’ है. विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इन पुलों की तत्काल मरम्मत की जरूरत है.
यह सात पुल उन 20 पुलों में शामिल हैं, जिनकी पहचान पीडब्ल्यूडी ने ‘खस्ताहाल’ ढांचों के तौर पर की है. पीडब्ल्यूडी अधिकारी ने बताया कि सात पुल जिन्हें ‘जर्जर’ या ‘सबसे कमजोर’ माना गया है, उनमें बिजन सेतु, गौरीबाड़ी अरबिंद सेतु, बेलगछिया पुल, टॉलीगंज सर्कुलर रोड पुल, ढाकुरिया पुल, टाला पुल और सांतरागाछी पुल के नाम शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इन पुलों की भार उठा सकने की क्षमता को आंका गया और रिपोर्ट के आधार पर इन खस्ताहाल ढांचों की स्थिति और खराब होने से रोकने के लिए हमने पुलिस को मालवाहक वाहनों पर रोक लगाने का सुझाव दिया.
कोलकाता यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस पहले ही चार पुलों पर मालवाहक वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर चुकी है. अन्य पुलों पर भी मालवाहक वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित करने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है. लेकिन पीडब्ल्यूडी अधिकारी का कहना है कि अत्याधिक भार ले जानेवाले वाहन अब भी इन पुलों से गुजर रहे हैं खासतौर पर रात में जिससे की ट्रैफिक जाम होता है. जाम के दौरान भारी ट्रक इन पुलों पर फंसे रह जाते हैं, जिससे दूसरा हादसा हो सकता है.
अधिकारी ने बताया कि विभाग इन सात पुलों की मरम्मत तुंरत शुरू करने के लिए एक विस्तृत बजट और योजना तैयार कर रहा है. इसके अलावा विभाग शेष 13 पुलों का भी निरीक्षण कर रहा है. इसके बाद ही उन्हें ‘कमजोर या अपेक्षाकृत सुरक्षित’ ढांचों के रूप में वर्गीकृत किया जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें