By Prabhat Khabar | Updated Date: Nov 17 2019 1:56AM
कोलकाता : राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि सरकार सच्चाई को छिपाने के लिए राज्यपाल को पिंजरे में रखना चाहती है. संवाददाताओं से बातचीत में राज्यपाल व राज्य सरकार के बीच चल रहे विवाद पर श्री घोष ने कहा कि बंगाल की राजनीति में यह नया अध्याय जुड़ रहा है.
राज्यपाल संविधान के अनुसार कार्य कर रहे हैं या नहीं, इसपर नजर रखी जा रही है. राज्यपाल विभिन्न जगहों पर प्रशासनिक कार्य हो या अन्य कार्यक्रम, संवैधानिक दायरे में ही कर रहे हैं. श्री घोष ने कहा कि राज्यपाल ने दो बार हेलीकॉप्टर मांगा था, लेकिन उन्हें नहीं मिला. जबकि हेलीकॉप्टर सरकारी कार्य के लिए ही है.
लगता है कि राज्यपाल का दौरा तृणमूल को पसंद नहीं आ रहा, इसलिए वह राज्यपाल को पिंजरे में रखना चाहती है. इसकी वजह है कि यदि वह दौरे पर जाते हैं, तो अप्रिय सच्चाई सामने आ जायेगी, इसलिए उन्हें रोके रखने के लिए कुचेष्टा की जा रही है. श्री घोष ने मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि चक्रवात बुलबुल से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं, हवाई सफर किया है.
उन्होंने आकाश से ही देख लिया कि कितने घर टूटे हैं. यह उनकी पुरानी आदत है. वह देख कर ही माओवादियों को पहचान लेती हैं. अब हेलीकॉप्टर से ही टूटे घरों को गिन लिया. कभी वह कह रही हैं कि दो लाख घर टूटे हैं, तो कभी कह रही हैं कि पांच लाख टूटे हैं. हालांकि तथ्यों के अनुसार उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिले में पांच लाख कच्चे मकान नहीं हो सकते.