कोलकाता : अयोध्या का मामला पुराना था, जिसका फैसला होना देशहित में है. भारत का सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान होना चाहिए. उक्त बातें राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहीं. राज्यपाल अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन सह पश्चिमबंग प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के दीपावली प्रीति मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे.
श्री धनखड़ ने कहा, मारवाड़ी समाज सामाजिक सुधार व सेवा के कार्यक्रमों में काफी योगदान देते रहता है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सम्मेलन के पूर्व अध्यक्ष सीताराम शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि कोलकाता देश का वह शहर है, जहां देश के किसी भी शहर से ज्यादा राजस्थानी निवास करते हैं, यह हमारा सौभाग्य है कि जगदीप धनखड़ के रूप में हमें राज्य का पहला राजस्थानी राज्यपाल मिला.
श्री शर्मा ने कहा कि मारवाड़ी समुदाय के लोग कोलकाता की कला और संस्कृति में पूरी तरह से ही घुलमिल गये हैं. संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सराफ ने अपने वक्तव्य में समाज के कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि समाज के युवक व युवतियों को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार उपलब्ध करवाया गया है.
इसके साथ ही शिक्षा कोष से समाज के आर्थिक रूप से मेधावी विद्यार्थियों के पठन-पाठन की व्यवस्था की जाती है. प्रादेशिक अध्यक्ष नंद किशोर अग्रवाल ने अपना वक्तव्य मारवाड़ी भाषा में रखते हुए उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि समाज के लोग अपने बच्चों को देश की प्रशासनिक सेवा मेें भी जाने के लिए प्रेरित करें. इसके लिए समाज द्वारा उन्हें ट्यूशन की व्यवस्था उपलब्ध करवायी जायेगी.
कार्यक्रम में राज्यपाल जगदीप धनखड़ की पत्नी सुदेश धनखड़, आनंद अग्रवाल, राष्ट्रीय महामंत्री श्रीगोपाल झुनझुनवाला, जुगल सराफ और राष्ट्रीय संगठन मंत्री गोपाल अग्रवाल उपस्थित रहे. विशिष्ठ अतिथियों टेक्नो वेक्सकैम प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन सुशील कुमार धनधानिया कार्यक्रम में उपस्थित रहे. इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता संतोष सराफ ने की, जबकि स्वागत भाषण आनंद अग्रवाल ने दिया.