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शैक्षणिक संस्थानों में अराजकता स्वीकार योग्य नहीं : राज्यपाल

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में पिछले दिनों जादवपुर विश्वविद्यालय में जो घटना घटी, उससे मैं दुखी और आश्चर्य चकित हूं. बंगाल देश में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में अपनी संस्कृतिक पहचान के लिए प्रसिद्ध है. यहां आने के बाद जो देख रहा हूं, उससे आहत हूं. मैं छात्रों व शिक्षकों […]

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में पिछले दिनों जादवपुर विश्वविद्यालय में जो घटना घटी, उससे मैं दुखी और आश्चर्य चकित हूं. बंगाल देश में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में अपनी संस्कृतिक पहचान के लिए प्रसिद्ध है. यहां आने के बाद जो देख रहा हूं, उससे आहत हूं.

मैं छात्रों व शिक्षकों का अभिभावक हूं. उनकी सुरक्षा करना मेरी जिम्मेवारी है. मैं अपनी पूरी आंतरिक उर्जा के साथ पश्चिम बंगाल की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास करूंगा. अब समय आ गया है कि बंगाल अपने गौरवमयी क्षणों को और जीवंत करे. उच्च शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति व दूसरी गतिविधियों से दूर रहना चाहिए. ऐसे संस्थानों का उपयोग केवल शिक्षा के लिए होना चाहिए.

शैक्षणिक संस्थानों में किसी भी तरह की अराजकता स्वीकार्य नहीं. ये बातें मामराज अग्रवाल फाउंडेशन के तत्वावधान में मेधावी विद्यार्थियों के 22वें मामराज अग्रवाल राष्ट्रीय पुरस्कार के अवसर पर मुख्य अतिथि राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राजभवन में कहीं.

राज्यपाल ने कहा : मेरे जीवन में पढ़ाई का स्थान महत्वपूर्ण है. मैं जो कुछ भी हूं, शिक्षा की बदौलत. किसी भी समाज, परिवार, देश को खत्म करना हो, तो उन्हें युद्ध के बजाय उसकी शिक्षा व्यवस्था को खत्म कर देने पर वह अपने आप खत्म हो जाती है. पैसा कोई भी, कभी भी कमा सकता है, पर शिक्षा बहुत मेहनत से अर्जित की जाती है. यह बहुमूल्य है.
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पहचान राष्ट्रपति के रूप में नहीं, बल्कि एक शिक्षक के रूप में बनी थी. जब मैं पश्चिम बंगाल का गवर्नर बना, तो मेरी गणित की टीचर 45 वर्षों के बाद राजभवन में फोन करके मुझे बधाई दी. इस फोन से मैं रोमांचित हो गया. मेरे समय परीक्षा में 60 से 70 प्रतिशत अंक लाना बहुत मायने रखता था. पर यह देख कर अच्छा लगता है कि आज के छात्र 99 व 100 प्रतिशत अंक ला रहे हैं.
बच्चों तुमलोग जो यहां आये हो, एक उद्योगपति और शिक्षाप्रेमी मामराज अग्रवाल की मानवीय सोच के चलते, मैं उनकी पत्नी व अपनी पत्नी को कभी भूल नहीं सकता. प्रत्येक परिवार और समाज में पत्नी की सकारात्मक भूमिका होती है. मैं सम्मानित 99 छात्रों के परिवार को बधाई देता हूं, क्योंकि उन्हीं के कारण मैं तुम्हारे सामने हूं.
इस मौके पर राज्यपाल ने बंगाल में विभिन्न परीक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ 99 मेधावी छात्रों को मामराज अग्रवाल राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया. इस अवसर पर नीति आयोग के सदस्य व विश्व बैंक के पूर्व सलाहकार डॉ रामगोपाल अग्रवाल ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था तेजी से वृद्धि कर रही है. 21वीं सदी भारत की होगी. उन्होंने बच्चे से कहा कि नये विचारों के साथ आगे बढ़ो और देश के गढ़ो‍. पूर्व राज्यपाल और पूर्व मुख्य न्यायधीश श्यामल कुमार सेन ने कहा कि मेधावी बच्चे देश के भविष्य है.
इन्हें चुनौतियों को स्वीकार करते हुए नये भारत के निर्माण के लिए सोचें. इस अवसर पर विशेष अतिथि के तौर पर राज्यपाल की पत्नी सुदेश धनखड़ मौजूद थीं. इस अवसर पर साॅल्टलेक शिक्षा निकेतन की छात्राओं ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत की. संस्था के अध्यक्ष ब्रह्मानंद अग्रवाल ने स्वागत भाषण दिया.
कार्यक्रम का संचालन महावीर प्रसाद रावत व धन्यवाद ज्ञापन पत्रकार विश्वंभर नेवर ने किया. इस मौके पर संस्था के कार्यकर्ता कमल माइती को राज्यपाल ने पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया. मौके पर पू्र्व सांसद सुधांशु शील, मुरारीलाल दीवान, दीपक अग्रवाल (दिल्ली), केके सिंघानिया, संपत्तमल बच्छावत, महावीर प्रसाद बजाज, गौतम बाबू, हरिशंकर सराफ सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में निर्मल कुमार अग्रवाल, सरोज कुमार अग्रवाल, सुनिता अग्रवाल, रेणुका अग्रवाल, अनिता अग्रवाल सहित अन्य सक्रिय रहे. संस्था ने राज्यपाल राहत कोष में एक लाख एक हजार रुपये की अनुदान राशि भी चेक के रूप में भेंट की.

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