मुख्यमंत्री ने जून के प्रथम सप्ताह में नियुक्ति का आदेश करवाने की व्यवस्था का आश्वासन दिया
अनशनकारी शिक्षकों ने सीएम से की मुलाकात
मुख्यमंत्री ने जून के प्रथम सप्ताह में नियुक्ति का आदेश करवाने की व्यवस्था का आश्वासन दिया कोलकाता : धर्मतला, मेयो रोड पर काफी लंबे समय तक अनशन पर बैठे स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) के अनशनकारी शिक्षकों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की. इन शिक्षकों की ओर से कमिटी […]
कोलकाता : धर्मतला, मेयो रोड पर काफी लंबे समय तक अनशन पर बैठे स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) के अनशनकारी शिक्षकों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की. इन शिक्षकों की ओर से कमिटी के पांच सदस्य प्रतिनिधि के रूप में मुख्यमंत्री से मिलने गये.
इनमें अर्पिता दास, तानिया सेठ, हफीजुल गाजी, राकेश प्रमाणिक व शेख इनसन अली शामिल हैं. इन प्रतिनिधियों का कहना है कि एसएससी के पैनल में नाम आने के बाद भी स्कूलों में उनकी नियुक्ति का आदेश नहीं दिया जा रहा है. इसी के प्रतिवाद में सभी शिक्षकों ने मेयो रोड पर लंबे समय तक भूख हड़ताल की थी.
कई शिक्षक बीमार पड़ गये थे. इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जून के प्रथम सप्ताह में नियुक्ति का आदेश करवाने की व्यवस्था का आश्वासन दिया था. उन्होंने अनशनकारियों को वादा किया था कि वह उनकी समस्या का समाधान करेंगी. इसी भरोसे पर अनशन तोड़ा गया था, लेकिन अब जुलाई भी समाप्त होने को है.
लेकिन कुछ नहीं किया गया है. इन शिक्षकों का कहना है कि इस मसले को लेकर राज्य के प्रधान सचिव व शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी मनीष जैन से भी कई बार मुलाकात की गयी, लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है. किसी भी अनशनकारी शिक्षक को एसएससी की ओर से कोई नियुक्ति पत्र अब तक नहीं दिया गया है. शिक्षक इधर-उधर भटक रहे हैं. गुरुवार को इन पांच शिक्षक प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चार मिनट तक बातचीत की. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पूरी जानकारी नहीं है.
उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह 21 जुलाई के बाद फिर से इस मसले के समाधान पर विचार करेंगी. इसके लिए गठित की गयी कमिटी को नवान्न में बुलाया जायेगा. इसमें मनीष जैन, स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी आलोक सरकार, शिक्षा विभाग के ओएसडी व एसएससी के अध्यक्ष साैमित्र सरकार शामिल हैं. अनशन पर बैठ चुके इन शिक्षकों के सब्र का बांध अब टूट रहा है, मुख्यमंत्री के भरोसे के बाद भी कुछ नहीं किया गया. इसी को लेकर वे उनके आवास, कालीघाट पर मिलने गुरुवार को गये.
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