कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कोलकाता लेदर कॉम्पलेक्स (केएलसी) में नयी परियोजनाओं का उद्घाटन करने के साथ ही इसका नया नामकरण भी कर दिया.
मुख्यमंत्री ने केएलसी का नया नाम ‘ कर्म दिगंत ‘ रखा है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चमड़ा उद्योग के लिए आनेवाले समय में कर्म दिंगत सिर्फ एशिया में ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में प्रथम स्थान पर होगा. गुरुवार को कर्म दिंगत में कानपुर, चेन्नई व कोलकाता के 187 टैनरी मालिकों को जमीन आवंटित की गयी. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में कर्म दिंगत में लगभग 80 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और यहां पांच लाख लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा.
पश्चिम बंगाल सरकार कर्म दिंगत में आधारभूत सुविधाओं का विकास करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि चमड़ा उद्योग की सबसे बड़ी समस्या है कि जब चमड़ों को जलाया जाता है, तो इससे निकलनेवाले धुएं से प्रदूषण काफी अधिक मात्रा में फैलता है. इसलिए राज्य सरकार यहां कॉमन इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (सीईटीपी) की गाइडलाइन के अनुसार प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं.
यहां तक चार सीइटीपी स्थापित किये जा चुके हैं. नवंबर महीने तक और दो सीइटीपी स्थापित किये जायेंगे. इससे नवंबर तक यहां सीइटीपी की संख्या बढ़ कर छह हो जायेगी. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को और दो अर्थात् सातवें व आठवें सीइटीपी की आधारशिला रखी.