नियुक्ति नहीं होने से बिफरे आयुर्वेद चिकित्सक
कोलकाता : गांव में रहने वाले लोगों को उचित स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार की योजना के तहत देशभर में हेल्थ वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं. पश्चिम बंगाल में भी वेलनेस हेल्थ सेंटर खोले गये हैं.
नियमानुसार इन हेल्थ सेंटरों के लिए केवल आयुर्वेद चिकित्सक व जनरल नर्सिंग एवं मिडवाइफरी (जीएनएम) या बीसीएस नर्सों को ही नियुक्त किया जा सकता है लेकिन पश्चिम बंगाल के इन सेंटरों के लिए आयुर्वेद चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं की जा रही है.
वेलनेस सेंटरों के लिए केवल जीएनएम एवं बीएससी नर्सों की ही नियुक्ति हो रही है. जानकारी के अनुसार, 2018-19 में 570 रिक्त पदों पर केवल नर्सों की ही नियुक्ति हुई है. वहीं 2019-20 में 1920 पदों पर नियुक्ति होगी लेकिन इस साल भी आयुर्वेद चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं होगी. इससे राज्य के आयुर्वेद चिकित्सक बिफरे हुए हैं.
जानकारी के आनुसार, हेल्थ वेलनेस सेंटर में सेवा देने वाले आयुर्वेद डॉक्टरों को चिकित्सा के साथ प्रशासनिक कार्य भी करने पड़ते हैं, जिसमें नर्सिंग व आशा कर्मियों को गाइड करना भी शामिल है. गौरतलब है कि वेलनेस सेंटरों के लिए केंद्र 60 फीसदी और राज्य सरकार की ओर से 40 फिसदी फंडिंग की जा रही है.