कोलकाता पुलिस के हाथों में होगी महानगर के अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी
Advertisement
राज्य के अस्पतालों की सुरक्षा के लिए तैनात होंगे नोडल अधिकारी
कोलकाता पुलिस के हाथों में होगी महानगर के अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी बढ़ेगी अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या, अपग्रेड होंगे इलेक्ट्राॅनिक उपकरण डाॅक्टरों की सुरक्षा के लिए बनेंगे ग्रिवांस सेल, जूनियर डॉक्टर किसी भी समस्या की शिकायत ईमेल से करा सकेंगे दर्ज डॉक्टरों के लिए जारी होगा टोल फ्री नंबर, […]
बढ़ेगी अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या, अपग्रेड होंगे इलेक्ट्राॅनिक उपकरण
डाॅक्टरों की सुरक्षा के लिए बनेंगे ग्रिवांस सेल, जूनियर डॉक्टर किसी भी समस्या की शिकायत ईमेल से करा सकेंगे दर्ज
डॉक्टरों के लिए जारी होगा टोल फ्री नंबर, किसी भी आपातकालीन स्थिति में फोन करने पर तुरंत मिलेगी मदद
कोलकाता : गत छह दिनों से राज्यभर के सरकारी अस्पतालों में जारी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल सोमवार को खत्म हो गयी. इसके साथ ही राज्य सरकार ने अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा व्यवस्था को और भी ज्यादा कड़ी करने के लिए कारगर कदम उठाना शुरू कर दिया है. महानगर में सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की सुरक्षा का दायित्व कोलकाता पुलिस के जिम्मे होगा. कोलकाता पुलिस पुलिस ऐसे मामलों में सख्त कदम उठायेगी.
कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (1) अतिरिक्त भार (मुख्यालय) जावेद शमीम ने बताया कि सोमवार शाम को राज्य सचिवाय नवान्न भवना में हुई बैठक में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा के साथ इस मामले में लालबाजार में एक बैठक हुई. इसमें कई अहम निर्णय लिये गये.
महानगर के सभी सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा के लिए एक नोडल ऑफिसर को नियुक्त किया जायेगा, जिन पर अस्पतालों की सुरक्षा का भार होगा. वे शहर के सभी अस्पतालों में लगे सीसीटीवी कैमरे का जायजा लेंगे. जरूरत पड़ी तो सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ायी जायेगी. इलेक्ट्राॅनिक उपकरणों को अपग्रेड किया जायेगा.
इसके अलावा डाॅक्टरों की सुरक्षा के लिए ग्रिवांस सेल बनेगा, जिसमें डॉक्टर किसी भी समस्या की शिकायत ईमेल से दर्ज करा सकेंगे. डॉक्टरों के लिए जल्द टोल फ्री नंबर भी जारी किया जायेगा, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में फोन करने पर उन्हें तुरंत मदद मिलेगी. इसके अलावा प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा बढ़ायी जायेगी.
Advertisement