हावड़ा : अग्रसेन बालिका शिक्षा सदन के वातानुकूलित सभागार में बुधवार को प्रातःकाल की प्रार्थना के समय ‘बालश्रम निषेध दिवस’ मनाया गया, जिसे गाइड की छात्राओं द्वारा संचालित किया गया. इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य सरोज कुमार श्रीवास्तव, उप-प्राचार्या काकोली नाग, अध्यापिकाएं तथा सभी छात्राएं उपस्थित थीं.
कार्यक्रम का आरंभ वृत्तचित्र दिखा कर किया गया, जिसमें बाल मजदूरी के प्रति विरोध एवं जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 12 जून को ‘बालश्रम निषेध दिवस’ मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने जागरूकता पैदा करने के लिए विश्व बालश्रम दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की थी, ये दिखाया गया. इस अवसर पर कक्षा 11वीं की ‘गाइड’ की छात्रा ने अपना वक्तव्य रखा, जिसके माध्यम से उसने सभा में उपस्थित छात्राओं को बालश्रम की चिंताग्रस्त अवस्था से अवगत कराया.
भारत सरकार ने बालश्रम के लिए कई कानून बनाये लेकिन बहुत दुःख के साथ यह कहना पड़ रहा है कि इतने प्रयासों के बाद भी बालश्रम को पूरी तरह से समाप्त नहीं किया जा सका है. बालश्रम में लिप्त बच्चे या तो निरक्षर रहते हैं या पढ़ाई को बीच में ही छोड़ देते हैं. अधिकतर बच्चे बीमार पाये जाते हैं और कई नशे के आदि हो जाते हैं. अंत में ‘गाइड’ की वरिष्ठ अध्यापिका सुदीपा सरकार ने अपने समापन भाषण में छात्राओं में इसके प्रति जागरूकता लाने की प्रेरणा दी.