भुवनेश्वर /कोलकाता : चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ ओड़िशा के तटीय क्षेत्रों से निकल कर पश्चिम बंगाल होते हुए बांग्लादेश की तरफ बढ़ चुका है. ओड़िशा में तूफान से 12 लोग की मौत हुई है. वहीं, बांग्लादेश में इसने 14 लोगों को लील लिया है. हालांकि, तबाही के इस मंजर में भी ओड़िशा ने दुनिया के समक्ष मिसाल पेश की है कि बेहतर प्लानिंग से जनहानि को कई गुना कम कैसे किया जा सकता है. संयुक्त राष्ट्र ने भी फोनी से निबटने में भारत के तरीके की सराहना की.
राज्य सरकार की मुस्तैदी की प्रशंसा की है. फोनी जैसे भीषण तूफान सैकड़ों लोगों की जान लेता रहा है. इससे पहले 1999 में ओड़िशा में आये सुपर साइक्लोन ने करीब 10 हजार लोगों को लील लिया था. हालांकि, इस बार मौसम विभाग के सटीक आकलन और सरकार की सजगता से हजारों लोगों की जान बची. ओड़िशा सरकार ने तूफान के टकराने से एक दिन पहले ही 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया था.रेल और दूरसंचार को भारी नुकसान कोलकाता और भुवनेश्वर में उड़ानों का परिचालन शनिवार को बहाल हो गया.