मतदान के दौरान नौ लोग घायल हुए
231 लोगों को गिरफ्तार किया गया
कोलकाता : लोकसभा चुनाव के तहत राज्य में तीसरे चरण के मतदान के दौरान हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं. शाम पांच बजे तक 78.97 फीसदी मतदान हुआ. इसमें बालुरघाट में 80.98 फीसदी, मालदा उत्तर में 76.43 फीसदी, मालदा दक्षिण में 77.45 फीसदी, जंगीपुर में 78.58 फीसदी और मुर्शिदाबाद में 81.41 फीसदी मतदान किया गया. तीसरे चरण के मतदान के दौरान एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी तथा एक अन्य शख्स की मौत संदिग्ध हालात में मौत हो गयी.
हालांकि चुनाव आयोग हत्या को चुनाव से संबंधित होने के आरोपों से सहमत नहीं है. राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ आरिज आफताब ने बताया कि मुर्शिदाबाद के भगवानगोला 2 ब्लॉक में बालीग्राम प्राथमिक स्कूल के करीब दोपहर 1.05 बजे दो गुटों में संघर्ष छिड़ गया. लाठियों, बांस व पत्थरों से एक दूसरे पर हमला किया गया. सूचना मिलने पर क्विक रिस्पॉन्स टीम वहां पहुंची. वहां चार लोग घायल स्थिति में थे. टियारुल शेख(55) नाम के व्यक्ति की मौत हो चुकी थी. उसके गले पर धारदार हथियार से वार किये जाने के निशान थे.
टियारुल की बेटी हीरा बीबी ने छह लोगों के खिलाफ रानीतला थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज करायी. मुख्य आरोपी लालू शेख सहित तीन लोगों को इस संबंध में गिरफ्तार किया गया है. लालू शेख रिश्ते में टियारुल का भतीजा है. हालांकि डॉ आफताब के मुताबिक यह स्थापित किया जाना बाकी है कि हत्या की यह घटना चुनाव से संबंधित थी क्योंकि घटना मतदान केंद्र से 300 मीटर की दूरी पर हुई है. हालांकि इस संबंध में डीएम व एसपी से रिपोर्ट मांगी गयी है. राज्य के एडीजी कानून व्यवस्था सिद्धिनाथ गुप्ता ने बताया कि तीसरे चरण के मतदान में कुल नौ लोग घायल हुए.
231 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें 224 को एहतियाती तौर पर गिरफ्तार किया गया और सात को विशिष्ट मामलों को तहत गिरफ्तार किया गया. इधर, एक अन्य घटना में बालुरघाट लोकसभा केंद्र में हरिरामपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत चुनाव कर्मी बाबूलाल मुर्मू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी.
वह अस्थायी तौर पर बुनियादपुर में अपने घर गये थे वहां उनकी मौत हो गयी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी. डॉ आफताब के मुताबिक चुनाव आयोग ने किसी भी गड़बड़ी की शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई की. इसके तहत रतुआ में पीठासीन अधिकारी को उस वक्त हटा दिया गया जब मतदान केंद्र में बाहरी लोगों के प्रवेश करने की शिकायत आने लगी थी.
डॉ आफताब ने कहा कि तीसरे चरण में जहां 92.03 फीसदी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल की तैनाती थी, चौथे चरण में करीब 98 फीसदी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल के जवान रहेंगे. इसके अलावा जिन केंद्रों में केंद्रीय बल की तैनाती नहीं रहेगी वहां दूसरे जरूरी कदम उठाये जायेंगे.