- एनआरएस कांड: केएमसी की डॉग कैचर्स की टीम पहुंची एनआरएस
- केएमसी ने जांच के लिए कहा, दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई
- मार्च से शहर में नसबंदी और एंटी रेबीज वैक्सीन का चलेगा अभियान
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कोलकाता : महानगर में मार्च से फिर शुरू होगी कुत्तों की नसबंदी
एनआरएस कांड: केएमसी की डॉग कैचर्स की टीम पहुंची एनआरएस केएमसी ने जांच के लिए कहा, दोषी के खिलाफ होगी कार्रवाई मार्च से शहर में नसबंदी और एंटी रेबीज वैक्सीन का चलेगा अभियान कोलकाता : महानगर में पशु जन्म नियंत्रण बोर्ड के तहत कोलकाता नगर निगम जल्द ही मार्च माह से कुत्तों की नसबंदी अभियान […]
कोलकाता : महानगर में पशु जन्म नियंत्रण बोर्ड के तहत कोलकाता नगर निगम जल्द ही मार्च माह से कुत्तों की नसबंदी अभियान शुरू करेगा. इसकी जानकारी कोलकाता नगर निगम के उपमेयर अतिन घोष ने दी.
उन्होंने बताया कि इस अभियान से पशुओं को भी फायदा होगा. पिछली बार भी यह अभियान चलाया गया था, जिसके तहत अब तक छह जनवरी तक 7800 कुत्तों की नसबंदी की गयी है. 25 हजार कुत्तों को एंटी रेबीज वैक्सीन भी दिया गया है. इस साल मार्च माह से कुत्तों की नसबंदी और एंटी रेबीज वैक्सीन का अभियान चलाया जायेगा.
उन्होंने बताया कि सोमवार को केएमसी के डॉग कैचर्स की दो टीम एनआरएस पहुंची और वहां के कुत्तों को पकड़ा. इन सभी कुत्तों में जिनका नसबन्दी करना जरूरी होगा, उनका नसबन्दी किया जायेगा और जिन कुत्तों का एंटी रेबीज वैक्सीन देना जरूरी होगा, उसे एंटी रेबीज वैक्सीन देकर फिर छोड़ दिया जायेगा.
अस्पताल अधीक्षक और पुलिस से सही जांच की मांग
उन्होंने बताया कि एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के अधीक्षक को सोमवार को एनआरएस कांड की जांच के लिए एक पत्र भेजा गया है और सही से जांच करने को कहा गया है. इंटाली थाना प्रभारी को भी केएमसी ने पत्र देकर सही जांच के लिए कहा है.
एनआरएस ने नहीं दिया कोई पत्र
उन्होंने कहा कि जहां भी स्कूल, कॉलेज अथवा हॉस्पिटल में स्ट्रीट डॉग पाये जाते हैं, उन संस्थानों से वर्तमान पशु संरक्षण कानून के मुताबिक उन्हें रिमुव नहीं किया जा सकता है. इसे लेकर कई जगहों पर विवाद भी होते हैं इसलिए उन संस्थानों द्वारा मदद की मांग किये जाने पर ही केएमसी वहां मदद करता है और वह भी सिर्फ जरूरत के अनुसार उनकी नसबंदी और एंटी रेबीज वैक्सीन देकर उन्हें उसी जगह पर छोड़ दिया जाता है. फिलहाल एनआरएस की ओर से कुत्तों को हटाने अथवा इससे संबंधित किसी मामले के लिए कोई भी पत्र केएमसी को नहीं दिया गया है.
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