इस स्कूल में नर्सरी की चार साल की एक छात्रा का दो शिक्षकों ने कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया था. इस घटना से भयंकर जनाक्रोश फैला था. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि क्या हम जीडी बिरला सेंटर ऑफ एजुकेशन की एक घटना को लेकर अन्य विद्यालयों में पुरुष पीटी शिक्षकों की सेवाएं खत्म कर सकते हैं. ऐसे पुरुष पीटी शिक्षकों पर तो ऐसे आरोप नहीं हैं.
इसलिए हमें रास्ता ढूंढ़ना होगा. हम सिफारिश कर रहे हैं कि लड़कियों की सुरक्षा के लिए, जब पीटी शिक्षक कक्षा ले रहे हों, तब आस-पास एक महिला परिचारिका होनी चाहिए. मंत्री ने यह भी कहा कि उनके विभाग ने लड़कियों के परिसरों और सह शिक्षा विद्यालयों में महिला परिचारिकाओं की संख्या यथाशीघ्र बढ़ाने को कहा है.