कोलकाता : नागरिकता संशोधन बिल के बाद पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों में उग्र व हिंसक प्रदर्शन के बाद भाजपा महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बांग्लादेश से आये मुस्लिम घुसपैठियों की मदद कर रही हैं. उन्हें प्रोत्साहित कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य की वर्तमान स्थिति की लिए मुख्यमंत्री खुद जिम्मेदार हैं. उन्हें एक मिनट के लिए अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है. वह अपने पद से इस्तीफा दें. श्री विजयवर्गीय ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा : मुख्यमंत्री ने जिस दिन आंदोलन की घोषणा की. वैसे ही जुम्मे की नामाज के बाद घुसपैठियों ने घुसपैठी प्रभावित क्षेत्रों में आराजकता फैलायी. पुलिस मूकदर्शक बन कर खड़ी रही. ये सब ममता जी के इशारे पर हुआ है. इस सब आराजकता के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं. उन्हें एक मिनट के लिए भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है.
विजयवर्गीय ने कहा कि जहां तक यह कहना कि सीएबी वह लागू नहीं करेगी. भारत के संविधान में नागरिकता देने का अधिकार केंद्र सरकार का है और यह नागरिकता देने का विषय केंद्रीय सूची में है. इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका भी नहीं है, पर मुख्यमंत्री जैसे जवाबदार पद पर बैठकर हम संविधान का पालन नहीं करेंगे. हम केंद्र सरकार के बनाये कानून का पालन नहीं करेंगे. यह आराजकता की श्रेणी में आता है. मैं समझता हूं कि ऐसे बयान देने वाले व्यक्ति को मुख्यमत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.
उन्होंने कहा : नागरिकता संशोधन विधेयक में बांग्लादेशी शरणार्थियों को नागरिकता देने की बात है. इसमें किसी की हिंदू नागरिक या भारत के मुस्लिमों की नागरिकता छीनने की बात ही नहीं है. ये प्रदर्शन केवल बांग्लादेश से आये घुसपैठिये कर रहे हैं और मुख्यमंत्री इनका समर्थन कर रही हैं, क्योंकि वे तृणमूल कांग्रेस के वोटबैंक हैं.