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दार्जिलिग : ममता बनर्जी पीएम पद की सबसे योग्य उम्मीदवार
दार्जिलिग : अपने दार्जिलिंग प्रवास के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को रिचमांड हिल सरकारी अतिथिगृह में गोजमुमो (विनय गुट) के साथ बैठक की. इसके अलावा गोरामुमो अध्यक्ष मन घीसिंग के नेतृत्व में ज्ञापन देने आये पार्टी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. बुधवार को वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म जयंती समारोह […]
दार्जिलिग : अपने दार्जिलिंग प्रवास के दूसरे दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को रिचमांड हिल सरकारी अतिथिगृह में गोजमुमो (विनय गुट) के साथ बैठक की. इसके अलावा गोरामुमो अध्यक्ष मन घीसिंग के नेतृत्व में ज्ञापन देने आये पार्टी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की.
बुधवार को वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म जयंती समारोह में शामिल होकर मंच से पहाड़ के लिए कई घोषणाएं कर सकती हैं. हर साल 23 जनवरी को दार्जिलिंग के माल व चौरस्ता में नेताजी जयंती का कार्यक्रम होता है. मुख्य रूप से इसी में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री पहुंची हुई हैं. मंगलवार की सुबह उन्होंने रिचमांड से जीटीए सचिवालय लाल कोठी तक की सैर भी की.
ममता बनर्जी के साथ बैठक में गोजमुमो अध्यक्ष विनय तामांग के अलावा पार्टी के केन्द्रीय महासचिव अनित थापा, दार्जिलिंग के विधायक अमर सिंह राई, कर्सियांग के विधायक डॉ रोहित शर्मा उपस्थित थे.
पौन घंटे चली बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में विनय तामांग ने कहा कि ब्रिगेड मैदान से जो तीसरा मोर्चा बना है, उसमें प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार ममता बनर्जी हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए को परास्त करने के लिए हमलोग तीसरे मोर्चा के साथ हैं. उन्होंने कहा, ‘आज की बैठक में दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के विकास और कुछ राजनैतिक विषयों पर चर्चा हुई है.’
विनय तमांग ने बताया कि सिलीगुड़ी के माटीगाड़ा में जो पहाड़िया भवन है, उसे पहाड़ से इलाज और शिक्षा के लिए सिलीगुड़ी जानेवालों के उपयोग के लिए देने की मांग भी मुख्यमंत्री के सामने रखी गयी. इस पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक रुख अपनाने की बात कही है.
ममता बनर्जी से मंगलवार को गोरामुमो अध्यक्ष मन घीसिंग के नेतृत्व मे पार्टी की पांच सदस्यीय प्रतिनिधिटोली ने मुलाकात की. इसमें महेन्द्र छेत्री, एनबी छेत्री, नीरज जिम्बा, अजय एडवर्ड भी शामिल थे.
आधा घंटा से अधिक समय तक चली भेंटवार्ता के बाद पत्रकारों से रूबरू हुए मन घीसिंग ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विगत दिनों हुई सर्वदलीय बैठकों में पहाड़ की समस्या के समाधान के लिए पहाड़ के राजनैतिक दलों से सुझाव मांगे थे. इसी संदर्भ में गोरामुमो ने एक ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री को बताया कि छठी अनुसूची अभी पहाड़ की समस्या के समाधान के लिए सबसे अच्छा संवैधानिक रास्ता है. हालांकि इस मांग पर मुख्यमंत्री ने तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. इसके साथ ही गोरामुमो टोली ने पहाड़ के चाय बगानों की समस्याओं के बारे में भी बातचीत की.
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