By Digital Bihar desk | Updated Date: Nov 15 2019 5:49PM
बक्सर : केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य कल्याण मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे शुक्रवार को एक बार फिर आपा खो बैठे. सर्किट हाउस में मंत्री से मुलाकात करने गये सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ दुव्यर्वहार किये जाने का मामला सामने आया है. इस दौरान मुलाकात करने गये कार्यकर्ताओं के बैनर भी फाड़ दिये गये. घटना के बाद गुस्साये लोगों ने मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दो सामाजिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है.
बताया जाता है कि सर्किट हाउस में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी चौबे ठहरे हुए थे. इसकी सूचना मिलते ही सामाजिक कार्यकर्ता और दिव्यांग संघ के कार्यकर्ता वहां पहुंच गये. इसके बाद उनके द्वारा सदर अस्पताल में बेहतर सुविधाओं को बहाल करने के लिए किये गये वायदे को पूरा करने की मांग करने लगे. इसी बात को लेकर सांसद भड़क गये. इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं से मिलनेवालों को भगाने का आदेश दिया. इस दौरान हो-हंगामा कर रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं का बैनर छीनकर सासंद ने फाड़ दिया. सांसद को भड़कता देख कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया.
हंगामे की सूचना मिलते ही नगर थाने की पुलिस ने सामाजिक कार्यकर्ता रामजी सिंह और जितेंद्र कुमार को हिरासत में ले लिया. सामाजिक कार्यकर्ता रामजी सिंह ने कहा कि अश्विनी चौबे ने दो माह पूर्व कहा था कि बक्सर सदर अस्पताल में डिजिटल एक्सरे और अल्ट्रासाउंड की सुविधा को एक माह में बहाल कर दिया जायेगा. इसके लिए मशीन भी सदर अस्पताल में लाकर महीनों से रखी गयी है, लेकिन उसे अभी तक इस्तेमाल में नहीं लाया जा सका है. इसी बात को लेकर उनसे कहा गया था, मगर अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया.
इस बाबत सांसद के मीडिया प्रभारी नितिन मुकेश ने कहा कि कुछ शरारती लोग सांसद से मिलने गये थे. उनका काम ही है बेवजह उपद्रव कराना. उन्हीं शरारती तत्वों की शह पर घटना का अंजाम दिया गया है. वहीं, इस बाबत सांसद से भी बात करने का प्रयास किया गया, मगर उनसे बात नहीं हो पायी. नगर थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने बताया कि धारा-151 के तहत दो लोगों को हिरासत में लिया गया है. कागजी कार्रवाई के बाद दोनों को छोड़ दिया जायेगा.