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बीईओ की जांच में नहीं मिला कोई अभिलेख

महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय का मामला संबंधित अभिलेख की मांग करने पर करते रहे आनाकानी तीन साल से छात्रवृत्ति-पोशाक राशि नहीं मिलने पर छात्राओं ने किया था स्कूल में प्रदर्शन डुमरांव : महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय अक्सर चर्चाओं में रहा है. चाहें स्कूल में मूलभूत सुविधा हो या फिर छात्रवृत्ति-पोशाक का मामला हो. […]

महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय का मामला

संबंधित अभिलेख की मांग करने पर करते रहे आनाकानी
तीन साल से छात्रवृत्ति-पोशाक राशि नहीं मिलने पर छात्राओं ने किया था स्कूल में प्रदर्शन
डुमरांव : महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय अक्सर चर्चाओं में रहा है. चाहें स्कूल में मूलभूत सुविधा हो या फिर छात्रवृत्ति-पोशाक का मामला हो. एक बार फिर वार्ड पार्षद सोनू राय ने एसडीओ ललन प्रसाद को आवेदन देकर एचएम मो शरीफ अंसारी पर सचिव पुष्पा देवी का फर्जी हस्ताक्षर कर के बैंक में चेक जमा करने का आरोप लगाया है. पार्षद ने अपने आवेदन में इस मामले की जांच कर दोषी पर दंडात्मक कार्रवाई करने की बात कही है. पार्षद ने अपने आवेदन में एचएम द्वारा विद्यालय शिक्षा समिति के सचिव के चेक पर फर्जी हस्ताक्षर बनाकर बैंक में जमा किया गया. पार्षद ने आरोप लगाते हुए कहा कि एचएम द्वारा अध्यक्ष का भी हस्ताक्षर फर्जी तरीके से कर काम करते हैं.
आवेदन ई-मेल से डीएम राघवेंद्र सिंह को भेजा है. एक चेक, जिसकी राशि 236,300 है. 21 मई 2018 को एचएम द्वारा काटा गया है. दूसरा चेक, जिसकी राशि 11,72,500 है. 28 मई 2018 को काटा गया है. इसकी जांच को लेकर डीएम और एसडीओ को आवेदन दिया है. लगभग 850 छात्राओं का पोशाक एवं छात्रवृत्ति की राशि नहीं मिली.
पास आउट छात्राओं ने की थी लिखित शिकायत: यहां तक पास आउट करने वाली छात्राएं बीईओ कार्यालय पहुंच कर राशि नहीं देने की लिखित शिकायत की थी. छात्राओं की मानें तो 2015-16, 2016-17 और 2017-18 ये तीनों साल की राशि में से आधे अधूरे राशि का ही भुगतान एचएम द्वारा किया गया. पार्षद ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष बनने के बाद आज तक शिक्षा समिति का बैठक नहीं बुलाया. स्कूल में राशि खर्च का लेखा-जोखा मांगने पर हमेशा आनाकानी एचएम द्वारा की जाती रही है. एचएम की कार्य प्रणाली से कार्यरत शिक्षक-शिक्षिका सहित बच्चे पेयजल, शौचालय समेत कुव्यवस्था के बीच पठन-पाठन करने को विवश हैं.
एमडीएम की बात करें तो अधिक स्कूल की अधिकतर छात्राएं मानक के अनुसार भोजन नहीं बनने से लंच के बाद स्कूल निकल लेती है. वहीं दूसरी तरफ कई बार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार प्रसाद ने छात्रवृत्ति वितरण से संबंधित अभिलेख उपलब्ध कराने को लिखित रूप से कहा गया.
बीईओ ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को लिखा पत्र: बीईओ ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र प्रेषित कर एचएम के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के संबंध में लिखा. एक बार फिर बीईओ ने सख्त तेवर करते हुए एसडीओ डुमरांव से महारानी उषारानी बालिका मध्य विद्यालय में छात्रवृत्ति वितरण की जांच के संबंध में लिखा. जिसमें कहा गया है कि विगत तीन वर्षों का छात्रवृत्ति वितरण से संबंधित अभिलेख की मांग स्कूल एचएम से हस्ताक्षरित कर पत्रांक 187/05.06.2018, पत्रांक 189/11.06.2018 द्वारा की गयी थी. पूर्व में भी पत्रांक 156/15.05.2018 के द्वारा पोशाक, छात्रवृत्ति से संबंधित अभिलेख की मांग की गयी थी,
लेकिन अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया. पत्रांक 186/02.06.2018 के द्वारा एचएम के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी लेखा योजना बक्सर को प्रतिवेदित किया. 20 जून को विद्यालय का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के समय एचएम से विगत तीन वर्षों यथा वित्तीय एवं 2017-18 से संबंधित छात्रवृत्ति वितरण एवं पोशाक राशि वितरण संबंधी जांच के लिए अभिलेख कराने के लिए कहा गया, तो अभिलेख उपलब्ध नहीं करा सकें.
एचएम को दिया गया निर्देश: एचएम द्वारा बताया गया कि छात्रवृत्ति-पोशाक वितरण पंजी घर पर है एवं कैशबुक भी संधारण के लिए घर पर रखी गयी है. एचएम को निर्देश दिया गया 21 जून 2018 को दस बजे स्वयं उपस्थित होकर अभिलेख सहित जांच सुनिश्चित करेंगे. बीईओ ने प्रेषित पत्र में लिखा है कि एचएम द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 में पोशाक की राशि 3,79900 एवं छात्रवृत्ति की राशि 7,92600 कुल 1172500 रुपये यूको बैंक में डुमरांव में दिनांक 28 मई 2018 को जमा किया गया है. वित्तीय वर्ष 2016-17 में किशोरी सुरक्षा योजना एवं पोशाक मद की राशि 2,36300 यूको बैंक शाखा डुमरांव में राशि जमा की गयी है. वित्तीय वर्ष 2016-17 में छात्रवृत्ति वितरण नहीं की गयी है. वित्तीय वर्ष 2015-16 में पोशाक राशि का वितरण की छाया प्रति उपयोगिता के रूप में कुल वितरित राशि 789500 रुपये दर्ज है. तथा छात्रवृत्ति मद में 8,85900 रुपये में वितरण के रूप में दर्ज है.
जो संतोषजनक प्रतीत नहीं होता है. वित्तीय वर्ष 2015-16 में छात्रवृत्ति मद की राशि दो किस्तों में उपलब्ध करायी गयी थी, जो इनके द्वारा वितरण की छाया प्रति उपलब्ध कराया गया है, वो सिर्फ प्रथम किस्त की है. द्वितीय किस्त की राशि बच्चों को खाता के माध्यम से वितरित करना था. एचएम द्वारा वित्तीय वर्ष 2015-16, 2016-17 और 2017-18 से संबंधित जांच के लिए मूल अभिलेख उपलब्ध नहीं कराना, आदेश का अवहेलना, लापरवाही, स्वेच्छापारिता एवं कर्तव्यहीनता का द्योतक है.
क्या कहते हैं बीईओ
मामला गंभीर है, कार्रवाई को लेकर उच्च अधिकारियों के पास लिखा गया.
क्या कहती हैं सचिव
शिक्षा समिति सचिव पुष्पा देवी ने हस्ताक्षर को लेकर कहा कि चेक पर किसी तरह का हस्ताक्षर नहीं कराया गया है.
क्या कहते हैं एचएम
स्कूल एचएम मो शरीफ अंसारी ने कहा कि चेक पर सचिव का हस्ताक्षर है, फर्जी हस्ताक्षर नहीं है.
एटीएम खाली, हाथ लगी निराशा
अभी कैश की किल्लत बरकरार
जिले के बैंकों को जरूरत के अनुरूप कैश नहीं मिलने के कारण परेशानी हो रही है. आरबीआई से डिमांड के अनुरूप कैश नहीं मिलने से थोड़ी समस्या है. कैश के लिए इंडेंट आरबीआई को भेजा गया है. लीड बैंक के प्रबंधक राजन कुमार ने बताया कि यह शॉट पीरियड संकट है. कैश मिलते ही दूर हो जायेगा. ग्राहकों की जरूरत के अनुरूप विभिन्न बैंकों से डिमांड लेकर कैश मांगा गया है. एक-दो दिनों में समस्या खत्म हो जायेगी.

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