डुमरांव : प्रखंड की कोरानसराय पंचायत के वार्ड एक स्थित गढ़ही टोला के प्राथमिक विद्यालय में वर्ग एक से पांच तक के छात्र-छात्राओं को एक ही कमरे में बैठा कर पढ़ाया जाता है. इस परेशानी के बीच छोटे-छोटे छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने को मजबूर हैं. जाड़े के दिन में विद्यालय प्रबंधन छात्रों को विद्यालय भवन के बाहर अलग-अलग करके खुले मैदान में बैठा कर शिक्षा देने का प्रयास करता है लेकिन गर्मी व बरसात में मजबूरी में एक ही कमरे में बैठा कर पढ़ाना पड़ता है. विद्यालय की छात्रा अंजू कुमारी, प्रिया कुमारी आदि ने बताया कि कमरे के अभाव में इसी कमरे के अंदर एमडीएम का खाना भी बनता है, जिसके चलते बच्चों के बीच हमेशा भय का माहौल बना रहता है. बच्चे बैठने के लिए धक्का मुक्की करते रहते हैं.
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एक ही कमरे में मिलता है वर्ग पांच तक के बच्चों को शिक्षा का ज्ञान
डुमरांव : प्रखंड की कोरानसराय पंचायत के वार्ड एक स्थित गढ़ही टोला के प्राथमिक विद्यालय में वर्ग एक से पांच तक के छात्र-छात्राओं को एक ही कमरे में बैठा कर पढ़ाया जाता है. इस परेशानी के बीच छोटे-छोटे छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने को मजबूर हैं. जाड़े के दिन में विद्यालय प्रबंधन छात्रों को विद्यालय भवन के […]
क्या कहते हैं ग्रामीण : ग्रामीण लालजी पासवान व कामता पासवान ने बताया कि इस विद्यालय में मजबूरीवश बच्चे पढ़ाई करते हैं. भवन पुराना होने के चलते जर्जर हालत में है. लोगों ने बताया कि विद्यालय के चारों तरफ से चहारदीवारी नहीं है. चहारदीवारी के अभाव में विद्यालय असुरक्षित है. ग्रामीणों ने कहा कि बच्चों को मध्याह्न भोजन बनाने के दौरान हमेशा डर बना रहता है. इस दौरान कोई हादसा हो जाये इसका भी डर सताता है. जबकि विद्यालय के समीप जहां बच्चों को पढ़ाया जाता है. वहीं गांव से निकलनेवाला नाली का पानी भी इसी जगह पर बहता है. इस हालत में बच्चों के बीच बीमारी फैलने की संभावना भी बनी रहती है.
कहते हैं समाजसेवी : समाजसेवी सह भाजपा नेता संजय यादव ने बताया कि इस समस्या से निजात दिलाने को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार इस समस्या को लेकर वरीय अधिकारियों को सूचना दी लेकिन अभी तक स्कूल के बाहर एक शेड तक की व्यवस्था नहीं करायी गयी. उन्होंने बताया कि इस विद्यालय में कुल 55 बच्चे पढ़ाई करने पहुंचते हैं.
वर्गवार छात्र-छात्राएं
वर्ग- छात्राएं छात्रकुल
01 04 0509
02 03 04 07
03 05 0409
04 11 0516
05 06 0814
जमीन खोजी जा रही है
विद्यालय से जुड़ी कोई जमीन नहीं होने के कारण यह समस्या बनी हुई है. परेशानी को दूर करने के लिए जमीन की व्यवस्था के लिए प्रयासरत हैं ताकि परेशानी दूर हो सके.
विजय प्रसाद, बीईओ
कमरे का अभाव है
कमरे के अभाव में बच्चों को बाहर पढ़ाना पड़ता है. इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को कई बार दी गयी है लेकिन अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गयी है.
राजेश कुमार आर्य, प्रधानाध्यापक
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