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बाढ़ में डूबीं बड़हरा प्रखंड की दर्जनों सड़कें

आरा/सरैंया : पिछले एक सप्ताह से लगातार गंगा के जल स्तर में वृद्धि से बड़हरा प्रखंड के दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. क्षेत्र के लगभग दर्जन भर सड़कों पर एक फुट से लेकर चार फुट तक पानी चढ़ गया है. इसके कारण उन गांवों का जिला व प्रखंड मुख्यालय से संपर्क […]

आरा/सरैंया : पिछले एक सप्ताह से लगातार गंगा के जल स्तर में वृद्धि से बड़हरा प्रखंड के दर्जनों गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. क्षेत्र के लगभग दर्जन भर सड़कों पर एक फुट से लेकर चार फुट तक पानी चढ़ गया है. इसके कारण उन गांवों का जिला व प्रखंड मुख्यालय से संपर्क कट गया है.

इधर बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार बुधवार की सुबह में ही जल स्तर खतरे के लाल निशान (53.08 मीटर) से करीब एक मीटर ऊपर यानी 54 .17 मीटर के स्तर पर पहुंच गया है, जिससे नेकनाम टोला पहुंच पथ, बड़का लौहर-बखोरापुर पथ, केशोपुर-सरैंया पथ, सलेमपुर-सरैंया पथ, पिपरपांती-बलुआ पथ, गौरा हजारी-भवन टोला पथ, खवासपुर भागड़ पथ, खखन के डेरा पहुंच पथ, सिरिसिया-बांध पथ, भुसहुला पहुंच पथ, दुर्गटोला-फरहदा पथ, गाजियापुर-दुर्गटोला पथ, लवकुशपुर पहुंच पथ आदि दर्जन भर से भी ज्यादा पथों पर पानी फैल गया है, जिससे आवागमन बाधित हो गया है.
बाढ़ का पानी नेकनामटोला, केशोपुर, बड़हरा, एकवना, सेमरिया, पड़रिया, बबुरा, कुतुबपुर के डेरा, विशुनपुर, बंधूछपरा, सेमरा, फूहां, सबलपुर, करजा, भुसहुला, बड़का लौहर, बखोरापुर, फरना, दूबेछपरा, हाजीपुर, अलेखीटोला, फरहदा, शिवपुर, गुंडी, इटहना, बभनगांवा, लवकुशपुर, सरैंया, सिन्हा, नथमलपुर, पिपरपांती, बलुआ, सोहरा, त्रिभुवानी, खवासपुर सहित दर्जनों गांवों के बधार में फैल गया है. इससे सैकड़ों एकड़ में लगी खरीफ फसलें बर्बाद हो गयी हैं.
वहीं, बाढ़ से ख्वासपुर का मध्य विद्यालय, प्रावि दलितटोला तथा पंचायत सरकार भवन का प्रांगण पूर्णरूप से डूब गया है. नेकनामटोला में उत्क्रमित मध्य विद्यालय सहित कई विद्यालयों में पानी फैल गया है, जिससे पढ़ाई-लिखाई ठप है. अगर जल स्तर में वृद्धि आगे भी जारी रही, तो आरा-बड़हरा मुख्य पथ भी जल्द ही डूब जायेगा.
गंगा पार खवासपुर पंचायत में बीडीओ के नेतृत्व में वाटर एंबुलेंस पर एक चिकित्सक की टीम द्वारा बाढ़ में घिरे लोगों के इलाज के लिए पहुंच गया है. इस टीम में शामिल डॉक्टरों ने लोगों की जांच कर दवा दी. सरैंया स्थित उच्च विद्यालय में गुरुवार से चिकित्सा शिविर लगाया जा रहा है, जहां गुरुवार को इस क्षेत्र के आसपास के लोगों ने अपना इलाज कराया. चिकित्सा शिविर बाढ़ समाप्त होने तक लगाया जायेगा.
शाहपुर को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित नहीं करना आश्चर्य : विधायक
शाहपुर. बाढ़ के कारण लोग पलायन को मजबूर हो गये, दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से बुरी तरह से घिर चुके हैं. बावजूद इसके बाढ़ क्षेत्र घोषित नहीं होना यथार्थ से परे नजर आ रहा है. यदि शुक्रवार तक बाढ़ क्षेत्र घोषित नहीं होता है, तो आखिरी रास्ता आंदोलन का ही बचता है. हम शनिवार को प्रखंड सह अंचल कार्यालय का घेराव करेंगे.
उक्त बातें शाहपुर विधायक राहुल तिवारी उर्फ मंटू तिवारी ने शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त गांवों का दौरा करने के उपरांत कहीं. विधायक ने कहा कि शाहपुर अंचल के लगभग 75 गांव तथा 80 प्रतिशत कृषि योग क्षेत्रफल जलमग्न हो गया है, लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक उस अनुपात में नावों का परिचालन भी नहीं कराया जा रहा है.
शाहपुर में डीएम ने पदाधिकारियों के साथ की बैठक
शाहपुर. गंगा का जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि एवं बाढ़ के खतरे के मद्देनजर भोजपुर डीएम रौशन कुशवाहा ने शाहपुर प्रखंड परिसर स्थित किसान भवन में पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने पंचायतवार बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की.
साथ ही पदाधिकारियों व कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी कि वे अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर बने रहें. डीएम द्वारा फसलों की क्षति का आकलन करने, मेडिकल टीम को हमेशा तैयार रहने तथा बाढ़ के कारण जिन गांवों का संपर्क कट गया है, वहां पर नावों का परिचालन कराने का भी बात कही.
बैठक के बाद अंचल क्षेत्र के बाढ़ से प्रभावित कई पंचायतों में अधिकारियों के साथ पहुंचकर बाढ़ का जायजा लिया. बैठक में डीडीसी माधव सिंह, अपर समाहर्ता कुमार मंगलम, एसडीएम जगदीशपुर अरुण कुमार, डीपीआरओ प्रमोद कुमार, बीडीओ सुनील कुमार, सीओ पूर्णेन्दु कुमार वर्मा व सभी पदाधिकारी मौजूद रहे.
बाढ़ के पानी में ढहा लोहा पुल का डायवर्सन
आरा : आरा-सलेमपुर मुख्य पथ में बड़की-सनदिया लोहा पुल का डायवर्सन बाढ़ के पानी से ढह गया तथा अंदर ही अंदर मिट्टी बाढ़ के पानी में बह गयी. डायवर्सन क्षतिग्रस्त होने से छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन ठप हो गया है. राजेश्वर पासवान प्रधान महासचिव, मुखिया संघ भोजपुर ने जिले के तमाम आला अधिकारियों को सूचना देकर डायवर्सन की मरम्मत कराने का अनुरोध किया है, ताकि यातायात पुनः बहाल हो सके.
वहीं, डीएम के निगरानी में बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों के बीच पॉलीथिन शीट वितरण कराया गया. जिलाधिकारी ने बताया कि अगले दिन से बाढ़ का पानी उतरने लगेगा. इधर प्रशासन द्वारा कुछ नावों का परिचालन शुरू कराया गया है.

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