प्रखंड का एकलौता बाजार है संझौली का पुराना बाजार
संझौली के पुराना बाजार की स्थिति बनी नारकीय
प्रखंड का एकलौता बाजार है संझौली का पुराना बाजार संझौली (रोहतास) : प्रखंड का एकलौता बाजार संझौली की स्थिति नारकीय बना हुई है. गलियों में नाली का पानी फैला हुआ है. लोग इस गंदे पानी से होकर जाने के लिए विवश है. बाजार को नारकीय स्थिति तक पहुंचाने में जनप्रतिनिधियों का अनदेखा हो या फिर […]
संझौली (रोहतास) : प्रखंड का एकलौता बाजार संझौली की स्थिति नारकीय बना हुई है. गलियों में नाली का पानी फैला हुआ है. लोग इस गंदे पानी से होकर जाने के लिए विवश है. बाजार को नारकीय स्थिति तक पहुंचाने में जनप्रतिनिधियों का अनदेखा हो या फिर स्थानीय लोगों में आपसी तालमेल का अभाव. इसका खामियाजा आमलोगों को भुगतना पड़ रहा है.
गौरतलब हो कि संझौली का पुराना बाजार है. आजादी के समय से ही क्षेत्रीय लोगों के लिए आवश्यक सामान की आपूर्ति करनेवाला प्रखंड क्षेत्र का इकलौता बाजार है. कुछ वर्ष पूर्व इस बाजार में अपनी आवश्यकता का सामान खरीदने के लिए ग्राहकों की भीड़ लगी रहती थी लेकिन आज वैसा कुछ भी नहीं है. बाजार के दुकानदार माथे पर हाथ रख जनप्रतिनिधियों को विकास कार्यों से मुंह मोड़ने पर कोस रहे हैं. कई अपनी दुकान बंद कर अन्यत्र चले गये तो कई जाने के प्रयास में हैं.
इसका मुख्य कारण बाजार की गलियों में पसरा घर से निकलनेवाला गंदा पानी व कीचड़ बताया जाता है. बाजार की गलियों से गुजरनेवाले दुकानदार हो या ग्राहक सभी जनप्रतिनिधियों और सरकार को कोसते रहते हैं.
तकनीकी कारणों से लंबित है पंचायत का विकास
संझौली बाजार में गली-नाली का निर्माण कार्य पंचायत के लोगों द्वारा कराना है. तकनीकी कारणों से अभी पंचायत के विकास का कार्य लंबित है. बाजार की नालियों के निर्माण कराने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों से कहा जायेगा. स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गली-नाली के निर्माण के संबंध में बातचीत की जायेगी.
बीडीओ, संझौली
क्या कहते हैं लोग
स्थानीय नीलू कुमार गुप्ता कहते हैं कि कई दशक पहले बाजार में नाली बनायी गयी थी लेकिन वर्तमान में जमीन के अंदर ढक जाने कारण नाली का पानी ऊपरी सतह पर बह रहा है. संतोष कुमार, संजय कुमार गुप्ता, शमसुल हक का कहना है कि चल रहे ओडीएफ कार्य के समय गली निर्माण कराने को लेकर लगभग सभी अधिकारी व जनप्रतिनिधि घोषणा-पर- घोषणा करते नहीं थकते थे. लेकिन पूरा प्रखंड ओडीएफ हुए डेढ़ साल बीतने के बाद भी नाली का निर्माण नहीं कराया गया, जिसके कारण यहां नारकीय स्थिति बनी हुई है. नाली निर्माण के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से कहा गया. लेकिन कोई सुननेवाला नहीं है. संझौली पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रवींद्र सिंह का कहना है कि बाजार की गली बनाना प्राथमिकता में रखा गया है. लेकिन बालू व गिट्टी नहीं मिलने के साथ ही राशि की उपलब्धता के अभाव में गली का निर्माण कार्य बाधित है.