24 घंटे के लिए हाइड्रोलिक जैक पर उठा रहेगा सेतु
भागलपुर : विक्रमशिला सेतु के दो पायों के बीच आर्टिकुलेशन वाले हिस्से में स्पेंडेड स्पेन के दरार को ठीक करने के लिए नहीं, बल्कि बॉल-बियरिंग बदलने के लिए इसे हाइड्रोलिक जैक पर उठाया जायेगा. यह काम ट्रैफिक ब्लॉक के आठवें दिन केवल 24 घंटे के लिए होगा. इससे पहले ट्रैफिक ब्लॉक के दिन 28 सितंबर […]
भागलपुर : विक्रमशिला सेतु के दो पायों के बीच आर्टिकुलेशन वाले हिस्से में स्पेंडेड स्पेन के दरार को ठीक करने के लिए नहीं, बल्कि बॉल-बियरिंग बदलने के लिए इसे हाइड्रोलिक जैक पर उठाया जायेगा. यह काम ट्रैफिक ब्लॉक के आठवें दिन केवल 24 घंटे के लिए होगा. इससे पहले ट्रैफिक ब्लॉक के दिन 28 सितंबर से केमिकल से कार्बन प्लेट को चिपकाया जायेगा.
स्पेन के ऊपरी हिस्से के एक्सपेंशन ज्वाइंट को तोड़ने का काम होगा. यह दोनों काम साथ-साथ चलेगा. ट्रैफिक चालू रहेगा, तो कार्बन प्लेट उखड़ने की संभावना ज्यादा रहेगी, इस कारण पूरी तरह से वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की गयी और मुंबई की कार्य एजेंसी रोहरा रीबिल्ड को ट्रैफिक ब्लॉक मिला है. आठवें दिन कार्बन प्लेट को चिपकाने से लेकर एक्सपेंशन ज्वाइंट बदलने का काम पूरा करेगा.
इसके बाद स्पेंडेड स्पेन को हाइड्रोलिक जैक पर उठाया जायेगा और बॉल-बियरिंग बदली जायेगी. इससे पहले अगर इसे उठाया, तो भी कार्बन प्लेट उखड़ने की संभावना बनेगी. इसलिए कार्य एजेंसी ने यह कदम उठाया है. बॉल-बियरिंग जब बदली हो जायेगा, तो ट्रैफिक ब्लॉक रहेगा. यह इसलिए कि नया एक्सपेंशन ज्वाइंट की मजबूती के लिए कम से कम सात दिन का समय लगेगा. दरार को ठीक करने की तैयारी लगभग पूरी हो गयी है.
केला लोड साइकिल से स्पेन को नुकसान नहीं
नवगछिया से भागलपुर ज्यादातर केला साइकिल से पहुंचता है. कारोबारी साइकिल पर केला लोड कर पहुंचते हैं और बेच कर लौटते हैं. सेतु बंद होने से कारोबारियों की समस्या बढ़ जायेगी. वहीं केला संकट बढ़ जायेगा. प्रशासन चाहे तो यह सिलसिला ट्रैफिक ब्लॉक के दौरान भी जारी रह सकता है. क्योंकि, सेतु की मरम्मत करा रही मुंबई की कार्य एजेंसी रोहरा रीबिल्ड का मानना है कि केला लोड साइकिल से स्पेन को कोई नुकसान नहीं होगा. पुलिस प्रशासन और कार्य एजेंसी के बीच आपसी समन्वय से इस संकट का हल निकाला जा सकता है. इससे कारोबार चलता रहेगा, वहीं केला संकट भी दूर हो जायेगा.