भागलपुर : रेलवे ने बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधाएं दी है. मगर, इसका सही से इंप्लीमेंट नहीं हो रहा, जिससे उन्हें यात्रा के दौरान कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. बुजुर्गों व दिव्यांगजनों को स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज के लिए एक तरफ से एस्केलेटर की सुविधा दी है मगर, दूसरी तरफ से उन्हें सीढ़ी की चढ़ाई चढ़नी पड़ती है. वह एस्केलेटर भी अक्सर बंद रहता है. घोषणा के बाद भी लिफ्ट की सुविधा नहीं मिली है.
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विशेष सुविधा के बाद भी बुजुर्गों और दिव्यांगों को नहीं मिलता लोअर बर्थ
भागलपुर : रेलवे ने बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधाएं दी है. मगर, इसका सही से इंप्लीमेंट नहीं हो रहा, जिससे उन्हें यात्रा के दौरान कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. बुजुर्गों व दिव्यांगजनों को स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज के लिए एक तरफ से एस्केलेटर की सुविधा दी है मगर, दूसरी तरफ से […]
रिजर्वेशन के लिए भी एक ही विशेष टिकट काउंटर की सुविधा है, जिस पर बुजुर्गों की लंबी लाइन रहती है. बुजुर्गों व दिव्यांगजनों को रेलयात्रा के दौरान सबसे ज्यादा मुश्किल तब होती है, जब उन्हें आरक्षण की विशेष सुविधा रहते लोअर बर्थ नहीं मिलती है. बुजुर्ग व बीमार व्यक्तियों के लिए रेलवे ने व्हीलचेयर की सुविधा दी है मगर, इसका लाभ उन्हें नहीं मिलता है. भागलपुर रेलवे के पास व्हीलचेयर है मगर, यह अधिकारियों के चेंबर में पड़ा रहता है.
क्या है नियम : महिलाओं, दिव्यांगजनों और बुजुर्ग यात्रियों को ट्रेनों में ज्यादा से ज्यादा लोअर बर्थ मुहैया करायी जायेगी. इसके लिए रेलवे ने सिस्टम में बदलाव किया है. सिस्टम के तहत टिकट बुक करते समय रिजर्वेशन फॉर्म पर भरे गये उम्र के हिसाब से रेलवे द्वारा टिकट कंफर्म करने के साथ महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को नीचे की बर्थ अलॉट कर दी जायेगी. इसके बाद आम यात्रियों को सीट मिलेगी.
ये सुविधाएं रहते नहीं मिलती : अगर ट्रेन में कोई महिला अकेली यात्रा कर रही है तो खाली होने पर उसके बगल में केवल किसी महिला को ही सीट देना टीटीइ का काम है.
रेलवे में बुजुर्गों के अधिकार : महिलाओं के लिए 58 और पुरुषों के लिए 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए रियायती दरों पर यात्रा का प्रावधान है. यह घोषणा बहुत पुरानी है. इसके तहत 50 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं व 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों को एसी व स्लीपर कोच में लोअर बर्थ मिलेगा. मगर कई बार ऐसा नहीं होता है.
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