भागलपुर : बिजली का लोड बढ़ने पर फ्यूज तो उड़ ही रहा है, अब तार टूट कर गिरने लगा है. विभागीय इंजीनियर है कि फ्यूज बना और टूटे तार को जोड़ कर किसी तरह से बिजली चालू तो कर देर रहे हैं मगर, यह स्थायी निदान नहीं है. शुक्रवार को भी ओवरलोड के कारण बरहपुरा में 11 हजार वोल्ट का तार टूट कर गिर गया और इलाके की बिजली ठप हो गयी.
11 हजार वोल्ट का तार टूट कर गिरा, अंधेरे में डूबा बहरपुरा
भागलपुर : बिजली का लोड बढ़ने पर फ्यूज तो उड़ ही रहा है, अब तार टूट कर गिरने लगा है. विभागीय इंजीनियर है कि फ्यूज बना और टूटे तार को जोड़ कर किसी तरह से बिजली चालू तो कर देर रहे हैं मगर, यह स्थायी निदान नहीं है. शुक्रवार को भी ओवरलोड के कारण बरहपुरा […]
लगभग 25 हजार लोगों का यह मुहल्ला अंधेरे में डूब गया. इधर, फ्यूज कॉल सेंटर से लेकर इंजीनियरों तक को सूचना मिली मगर, तत्वरित कार्रवाई नहीं हो सकी. टीम तैयार होने और संसाधन जुटाने में वक्त बीत गया. लोग जब गुस्साये, तभी लाइनमैन पहुंचा और टूटे तार को जोड़ की आपूर्ति बहाल करायी जा सकी. बिजली आपूर्ति जब बहाल हुई, तो लोगों को राहत मिली. इस बीच तीन घंटे तक लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ा.
घंटाघर फीडर : बिजली ट्रिपिंग बड़ी समस्या, सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र के घंटाघर फीडर की स्थिति यह है कि बार-बार लाइन ट्रिप कर रहा है. बिजली ट्रिपिंग के कारण तुरंत-तुरंत आने-जाने वाली उपकरणों के जलने का खतरा बनने लगा है. वहीं, इससे लोग अजीज आने लगा है. यह लोगों का ब्लडप्रेशर बढ़ा रहा है. हर दो-चार मिनट में बिजली ट्रिप कर जा रही है. घंटाघर फीडर जैसा हाल सेंट्रल जेल व मायागंज विद्युत उपकेंद्र के फीडरों की है. तिलकामांझी इलाके के लोग आक्रोशित हो रहे हैं. बावजूद, इसका कोई स्थायी निदान नहीं निकल रहा है.
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