32.1 C
Ranchi
Thursday, March 28, 2024

BREAKING NEWS

Trending Tags:

चला रहे थे अभियान, तभी लग गया आपातकाल

भागलपुर : लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने कॉफी पिलाकर पटना से सौराठ सभा के लिए मधुबनी रवाना किया था. मधुबनी में दहेज विरोधी अभियान चला रहे थे. इसे लेकर बड़ी बैठक चल रही थी. इसमें प्रो ठाकुर दास बंग, सुधा श्रीवास्तव, सुमन बंग सरीखे सामाजिक कार्यकर्ता साथ थे. 25 जून 1975 की आधी रात को तत्कालीन […]

भागलपुर : लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने कॉफी पिलाकर पटना से सौराठ सभा के लिए मधुबनी रवाना किया था. मधुबनी में दहेज विरोधी अभियान चला रहे थे. इसे लेकर बड़ी बैठक चल रही थी. इसमें प्रो ठाकुर दास बंग, सुधा श्रीवास्तव, सुमन बंग सरीखे सामाजिक कार्यकर्ता साथ थे. 25 जून 1975 की आधी रात को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रोडियो पर आपातकाल की घोषणा की तो पूरे देश में लोकतंत्र समाप्त कर दिया गया. इसमें प्रो ठाकुर दास बंग, सुधा श्रीवास्तव आदि नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. तभी पुलिस का घेरा तोड़कर निकल गये और आम यात्री बनकर उसी सरकारी बस में बैठ गये, जिससे गिरफ्तार नेताओं को ले जाया रहा था.
हालांकि बस में अनजान बने रहे. यहां से भागलपुर पहुंचकर भूमिगत रहकर आंदोलन चलाने लगे. उक्त बातें छात्र संघर्ष समिति के विश्वविद्यालय संयोजक प्रकाश चंद्र गुप्ता ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कही. उन्होंने बताया कि नागरिकों का मौलिक अधिकार छीन लिया गया. प्रेस की स्वतंत्रता पर रोक लगा दी गयी. किसी प्रकार की सार्वजनिक गतिविधि, सरकार के विरुद्ध बोलना दंडनीय अपराध माना गया. उन्होंने बताया कि उनके साथ भागलपुर सेंट्रल जेल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, ललन सर्राफ, समरेश सिंह, शमीमुद्दीन, सुधा श्रीवास्तव, हीरा लाल पांडेय, जवाहर मंडल, स्मृति पांडेय, कौशल्या देवी, रामजी सिंह आदि भी शामिल थे. जेल में रहने के दौरान जेल सुधार के लिए आंदोलन किया.
जिन्होंने जतायी सहानुभूति उन्हें भी किया गिरफ्तार
आपातकाल की घोषणा के डेढ़ माह बाद नौ अगस्त 1975 को भूमिगत होकर आंदोलन चलाने के दौरान सूजागंज बाजार से नौ व्यवसायी मित्र के साथ छात्र संघर्ष समिति के विश्वविद्यालय संयोजक प्रकाश चंद्र गुप्ता की गिरफ्तारी हुई. गुप्ता ने उस समय को याद करते हुए बताया कि गिरफ्तारी के बाद रास्ते में जिन लोगों ने सहानुभूति जतायी या दुआ-सलाम किया, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया. इसी बात से पता लगाया जा सकता है कि आपातकाल के दौरान नियम कितना जनविरोधी रहा होगा.
उन्होंने बताया कि इस आपातकाल लगाने का कारण यही था कि संपूर्ण क्रांति आंदोलन लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में छात्र संघर्ष समिति की ओर से 1974 से चलाया जा रहा था, जो देशव्यापी था. इसी तर्ज पर छात्र संघर्ष समिति बिहार के तत्वावधान में आंदोलन की शुरुआत हुई.
You May Like

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें