छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित दंतेवाड़ा में संदिग्ध माओवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में सुरक्षाबलों के छह जवान मारे गए हैं और घटना में एक जवान गंभीर रूप से घायल है.
मारे गए लोगों में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के तीन और ज़िला पुलिस बल के तीन जवान शामिल हैं.
नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप-महानिरीक्षक सुंदरराज पी. के अनुसार, "हमारा अनुमान है कि इसके लिए माओवादियों ने भारी मात्रा में विस्फोटक का उपयोग किया है, जो कमांड बेस्ड हो सकता है. पिछले डेढ़-दो महीनों में माओवादियों के ख़िलाफ़ सुरक्षाबलों को लगातार कामयाबी मिली है जिससे माओवादी बौखलाए हुए हैं. यह हमला उसी का परिणाम है."
लूटे गए हथियार
सुंदरराज पी. ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल और ज़िला पुलिस बल के जवान चोलनार से किरन्दुल के बीच सड़क निर्माण कार्य की सुरक्षा के लिए ड्यूटी पर निकले थे और एक निजी वाहन में सवार होकर जा रहे थे. उसी समय वो पहले से लगाए गए आईईडी (इंप्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोटक की चपेट में आ गए.
विस्फोट इतना ज़बरदस्त था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए और पांच जवानों की मौक़े पर ही मौत हो गई.
इस घटना में घायल दो जवानों को किरन्दुल स्थित एनएमडीसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ इलाज के दौरान एक जवान की मौत हो गई.
पुलिस के अनुसार इस घटना के बाद संदिग्ध माओवादी घटना में मारे गए जवानों के 4 इंसास रायफ़ल और 2 एके-47 रायफ़ल भी लूट ले गए हैं.
सर्च ऑपरेशन तेज़
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब एक दिन बाद देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह छत्तीसगढ़ पहुंचने वाले हैं.
इसके अलावा राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह भी मंगलवार को ही घटना वाले इलाके में ही अपनी विकास यात्रा के दौरे पर जाने वाले हैं.
नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप-महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने ये भी कहा है कि इलाक़े में पहले से ही सुरक्षाबलों को सतर्क किया गया था. लेकिन यह घटना किन परिस्थितियों में हुई, यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा.
उन्होंने कहा कि फ़िलहाल पूरे इलाक़े में सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया गया है.
विकास विरोधी मानसिकता
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि ‘यह नक्सलियों की कायरतापूर्ण हरक़त है. इससे ये भी साबित होता है कि नक्सली इस ज़िले के ग्रामीणों और आदिवासियों तक सड़क जैसी बुनियादी सुविधा भी नहीं पहुंचने देना चाहते. इससे उनकी जन-विरोधी और विकास विरोधी मानसिकता उजागर होती है.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘इस तरह की घटनाओं के बावजूद हमारे पुलिस बल और सड़क निर्माण से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों और श्रमिकों का मनोबल बहुत ऊंचा है.’
उन्होंने कहा कि ‘दंतेवाड़ा सहित सम्पूर्ण बस्तर संभाग के सभी ज़िलों में जनता को बारहमासी आवागमन की सुविधा दिलाने के लिए सड़कों का जाल बिछाने के लिए हम सब वचनबद्ध हैं.’
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