केशव कुमार सिंह
औरंगाबाद नगर : एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी के बाद दहेज बंदी कानून लागू करने की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी ओर दहेज के भूखे दरिंदों ने दहेज कीखातिर विवाहिता की हत्या करने से बाज नहीं आ रहे हैं. कुछ इसी तरह का मामलाबिहारके औरंगाबाद में अंबा थाना क्षेत्र के खैरा गांव में घटी है. शनिवार की रात्रि दहेज को लेकर 25 वर्षीय विवाहिता अमीता देवी की हत्या ससुराल वालों ने पीट-पीटकर कर दी. इससे भी जी नहीं माना तो जहर की सुई विवाहिता के शरीर में लगा दिया. जिससे विवाहिता की मौत हो गयी.
इस घटना की सूचना आसपास के लोगों ने विवाहिता के मायके वालों को दी सूचना मिलते ही विवाहिता के पिता नागेश्वर सिंह निवासी रामपुर थाना हरिहरगंज जिला पलामू झारखंड अपने परिजनों के साथ खैरा गांव पहुंचे तो देखा कि अमिता देवी का शव घर में पड़ा हुआ है. इसकी सूचना अंबा थाना पुलिस को दी सूचना मिलते ही अंबा थाना अध्यक्ष राजेश कुमार दल बल के साथ खैरा गांव पहुंचे और रविवार को शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम कराने के उपरांत मयके वालों को सौप दिया.
शादी में आधार कार्ड मांगने पर दूल्हा फरार
विवाहिता के पिता नागेश्वर सिंह ने बताया कि 20 मई 2013 को अमिता देवी की शादी खैरा गांव निवासी ललिन्द्र सिंह के पुत्र भूषण सिंह के साथ किया था. शादी के बाद से ही ससुराल वालों द्वारा दहेज के रूप में 4 लाख रुपये की मांग की जा रही थी. जब मायके वालों ने इतनी राशि देने में असमर्थ था दिखाई, तो अंततः अमिता की हत्या कर दी.
इस घटनाको लेकर संबंधित प्राथमिकी विवाहिता के पिता के बयान पर अंबा थाना में दर्ज की गयी है. जिसमें पति भूषण सिंह, ससुर ललिंदर सिंह, सास राखो देवी, ननद निशु कुमारी को आरोपित बनाया है. अंबा थाना अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है. फिलहाल सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हैं. इधर विवाहिता का वर्षीय पुत्र हंस कुमार की हालत रोते-रोते हाल बेहाल है.

