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Friday, March 29, 2024

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रोचक अंदाज में मैथ पढ़ेंगे सीबीएसइ के स्टूडेंट

ज्यादातर स्टूडेंट्स गणित को कठिन मानते हैं, मिलेगी बड़ी राहत नये सत्र से स्कूलों को सीबीएसइ की गाइडलाइन को करना होगा फॉलो आसनसोल : सेंट्रल बोर्ड फॉर सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ) से जुड़े स्कूलों के स्टूडेंट्सों को परीक्षा में सबसे ज्यादा टेंशन गणित की परीक्षा की होती है, क्योंकि ज्यादातर स्टूडेंट्स गणित को कठिन मानते हैं. […]

ज्यादातर स्टूडेंट्स गणित को कठिन मानते हैं, मिलेगी बड़ी राहत

नये सत्र से स्कूलों को सीबीएसइ की गाइडलाइन को करना होगा फॉलो
आसनसोल : सेंट्रल बोर्ड फॉर सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसइ) से जुड़े स्कूलों के स्टूडेंट्सों को परीक्षा में सबसे ज्यादा टेंशन गणित की परीक्षा की होती है, क्योंकि ज्यादातर स्टूडेंट्स गणित को कठिन मानते हैं. ऐसे में छात्रों को राहत देने के लिए इस बार पाठ्यक्रम में बदलाव किया जा रहा है. नये सत्र से स्कूलों को सीबीएसइ द्वारा जारी गाइडलाइन को फॉलो करना होगा. सबसे बड़ा बदलाव 10वीं कक्षा के स्टूडेंट्सों के लिए होगा.
10वीं कक्षा के छात्रों को मैथ में बड़ी राहत मिलने वाली है. क्योंकि नये सत्र से नया सिलेबस लागू होगा. जिसमें दसवीं बोर्ड की मैथ की परीक्षा में अब थ्योरी 75 और प्रोजेक्ट वर्क 25 मार्क्स के होंगे. 25 अंकों की प्रैक्टिकल होने से मैथ में रुचि बढ़ेगी. डे-टूडे लाइफ में मैथ का यूज कैसे होता है, यह स्टूडेंट्स समझ पायेंगे.
इसमें एलीमेंट्री मैथ ज्यादा होंगे. प्रैक्टिकल से मैंथ में स्टूडेंट्स तेज होंगे. उनकी समझ बढ़ेगी. वैज्ञानिक सोच विकसित होगी. इस बदलाव का फायदा स्टूडेंट्सों को होगा.
नये कोर्स में साइंस में प्रैक्टिकल के लिए भी 25 अंक रखा गया है, तो हिन्दी, संस्कृत, सामाजिक विज्ञान व अन्य विषय में प्रोजेक्ट वर्क के लिए इतने ही अंक तय किये गये हैं. परीक्षा के अंकों में भी उसी हिसाब से फेरबदल किया गया है. साइंस छोड़ कर बाकी कर्ई विषयों में प्रोजेक्ट वर्क भी होगा.
परीक्षा में पूछे जायेंगे आसान सवाल
अबतक केवल साइंस में ही प्रैक्टिकल होता था, लेकिन इसे नये सत्र से बदल दिया गया है. 10वीं कक्षा के नये कोर्स के तहत होने वाली बोर्ड परीक्षा में हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत में 30 प्रतिशत सवाल सरल होंगे. 20 प्रतिशत कठिन और 50 प्रतिशत सवाल पूछे जायेंगे, जबकि अंग्रेजी कुछ अलग होगा. इन सभी सब्जेक्ट में स्टूडेंट्स को 33 प्रतिशत आसान सवाल पूछे जायेंगे. 16 प्रतिशत सवाल कठिन होंगे और 51 प्रतिशत औसत सवाल पूछे जायेंगे.
अधिक रहेंगे ऑब्जेक्टिव प्रश्न
बोर्ड ने मूल्यांकन पद्धति में भी बदलाव किया है. अंकों का विवरण भी नये सिरे से होगा. करीब सभी विषयों में 20 अंक इंटरनल एसेसमेंट, प्रोजेक्ट वर्क और प्रैक्टिकल के लिए तय किये हैं. बाकी अंक से वार्षिक परीक्षा का पेपर तैयार होगा. नये सत्र से ऑब्जेक्टिव प्रश्न भी पूछे जायेंगे. इसमें मल्टीपल च्वाइस प्रश्न होंगे. पेपर में ऑब्जेक्टिव प्रश्न करीब 25 प्रतिशत अंक के होंगे.
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