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सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का टेंडर होगा शीघ्र

आसनसोल : आसनसोल नगर निगम अंतर्गत विभिन्न इलाकों की नालियों के पानी को स्वच्छ कर पुन: उपयोग में लाने के लिए सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के मुद्दे पर शुक्रवार को कोलकाता मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट ऑथोरिटी (केएमडीए) कार्यालय में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजय कुमार बंसल की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट से जुड़े ऑथोरिटी अधिकारियों एवं आसनसोल नगर निगम […]

आसनसोल : आसनसोल नगर निगम अंतर्गत विभिन्न इलाकों की नालियों के पानी को स्वच्छ कर पुन: उपयोग में लाने के लिए सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के मुद्दे पर शुक्रवार को कोलकाता मेट्रोपोलिटन डेवलपमेंट ऑथोरिटी (केएमडीए) कार्यालय में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजय कुमार बंसल की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट से जुड़े ऑथोरिटी अधिकारियों एवं आसनसोल नगर निगम अधिकारियों की बैठक हुई.
सनद रहे कि निगम इलाकों में आठ सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाये जायेंगे. सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है.
आसनसोल में चार, रानीगंज में एक, कुल्टी में तीन कुल आठ सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित होंगे. केएमडीए ने इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था. इसके बाद वहां से मंजूरी मिली. डीपीआर को स्वीकृति मिलते ही प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू हो गया है.
इसके पहले बुधवार को केएमडीए अधिकारियों, इंजीनियरों की आठ सदस्यीय टीम एवं नगर निगम के अधिकारियों ने आसनसोल, रानीगंज एवं कुल्टी में सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों के प्रस्तावित स्थलों का निरीक्षण किया और महत्वपूर्ण तथ्य संग्रह किये.
केएमडीए अधिकारी ने कहा कि कार्य के लिए जल्द ही टेंडर जारी होगा. प्लांट का कार्य मई से आरंभ होने की संभावना है. इसे 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है. कार्य दो चरणों में पूरा होगा.
पहले चरण में सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का निर्माण किया जायेगा. दूसरे चरण में शहर की नालियों को सिवरेज के माध्यम से प्लांटों से जोड़ा जायेगा. दूसरे चरण के कार्य के लिए केएमडीए फिर से डीपीआर भेज कर मंजूरी लेगा. उन्होंने कहा कि आवासों, दुकानों एवं संस्थानों से निकलने वाले गंदे जल को पाइपलाइन के माध्यम से प्लांट तक पहुंचाया जायेगा.
इसे विभिन्न तकनीकी प्रक्रियाओं के बाद स्वच्छ कर पुन: उपयोग में लाया जायेगा. प्लांट के संशोधित जल का उपयोग कृषि सिचाई में तथा प्लांट में बचे गंदे अवशेषों को विभिन्न रासायनिक प्रक्रियाओं के बाद बायो गैस, फर्टिलाईजर और उर्जा में परिणत कर विभिन्न कार्यों में उपयोग किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि प्लांट आरंभ होने के पहले शहर की सभी खुली नालियों को बंद किया जायेगा. आसनसोल में ब्रिटिश शासनकाल की सिवरेज प्रणाली मे बनी नालियों को भी प्रोजेक्ट में शामिल किया जायेगा.
एनएस रोड, रेलपार सफी मोड़ के निकट ब्रिटिश अधिकारियों ने सिवरेज सिस्टम आरंभ किया था. हालांकि यह पद्धति और इसकी ढांचागत व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. बचे हुए उपयोग के लायक ढांचागत अवशेषों को काम में लाया जायेगा.

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