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महिला व युवक की मौत, दर्जनों पीड़ित
मिठानी गांव में डायरिया से दो ग्रामीणों की मौत के बाद मेयर जितेन्द्र तिवारी के निर्देश पर निगम प्रशासन रेस हो गया. दो मेयर परिषद सदस्यों ने इवाके का निरीक्षण किया. मेडिकल कैंप लगाया गया. यदि समय पर इतनी तत्परता बरती गयी होती तो शायद दो जान बच जाती. सीतारामपुर. वार्ड संख्या 74 अंतर्गत मिठानी […]
मिठानी गांव में डायरिया से दो ग्रामीणों की मौत के बाद मेयर जितेन्द्र तिवारी के निर्देश पर निगम प्रशासन रेस हो गया. दो मेयर परिषद सदस्यों ने इवाके का निरीक्षण किया. मेडिकल कैंप लगाया गया. यदि समय पर इतनी तत्परता बरती गयी होती तो शायद दो जान बच जाती.
सीतारामपुर. वार्ड संख्या 74 अंतर्गत मिठानी ग्राम के मोचीकुली बाउरीपाड़ा में डायरिया के प्रकोप से महिला समेत दो लोगों की मौत हो गयी है. दर्जनों ग्रामीण संक्रमित हैं.
मेयर जितेंद्र तिवारी के निर्देश पर मेयर परिषद सदस्य (जल सप्लाई) पूर्णशशि राय ने अभियंताओं के साथ तथा मेयर परिषद सदस्य (स्वास्थय) दिव्येंदू भगत ने निगम की स्वास्थ्य टीम के साथ प्रभावित इलाके का निरीक्षण किया. निगम प्रशासन ने वहां सप्लाई होनेवाले पानी को जांच के लिए भेजा है. साथ ही चार सौ मीटर से अधिक पाइप को बदलने का आदेश दिया गया है. इधर मेडिकल टीम ने कैंप लगा कर पीड़ितों का इलाज शुरू किया है. निगम अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित किया है.
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से इलाके में डायरिया का प्रकोप है. ग्रामीण अपने स्तर से इलाज करा रहे हैं. इस दौरान नारू बाउरी के 32 वर्षीय पुत्र महालया बाउरी तथा ओपलेंदा बाउरी की 48 वर्षीया पत्नी कलावती देवी की मौत हो गयी. दर्जनों इससे पीड़ित हैं.
मेयर श्री तिवारी के निर्देश पर एमएमआइसी (जल सप्लाई) श्री राय ने इलाके का दौरा किया. उनके साथ अभियंता उज्जवल बनर्जी तथा एस बैराग्य भी थे. श्री राय ने संक्रमित पानी के नमूने को जांच के लिए माइंस बोर्ड ऑफ हेल्थ के कार्यालय में भेजा. सेंपल की जांच में पानी को पीने के लिए अयोग्य बताया गया. इलाके में पीएचई की पाइप से पानी की सप्लाई की जाती है.
पाइप गंदी नाली से होकर गुजरती है. निगम के इंजीनियरों ने जांच में पाया कि पुराना पाइप क्षतिग्रस्त है. संभवत: दूषित पानी के सेवन से ग्रामीण डायरिया से संक्रमित हो गये होंगे. पीएचई के पाइप से इलाके में जल सप्लाई रोक दी गयी. निगम के इंजीनियरिंग विभाग की ओर से क्षतिग्रस्त पाईप लाइन की मरम्मत की जायेगी. श्री राय ने कहा पाईपलाईन की पूर्णतया मरम्मत होने तक वाटर टैंकर से पेयजल की सप्लाई की जायेगी.
इधर मेयर परिषद सदस्य (हेल्थ) श्री भगत के साथ पहुंचे. उनके साथ निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस आलम, बोरो चेयरमैन संजय नोनिया थे. स्वास्थ्य टीम ने इलाके में अस्थायी शिविर लगाकर इलाज शुरू किया. निगम स्तर से एक एंबुलेंस की तैनाती की गयी है.
आक्रोशित ग्रामीणों ने स्थानीय पार्षद उत्तम बाउरी को जिम्मेदार बताया. रीता बाउरी, झरना बाउरी, सावित्री बाउरी, सोनाली बाउरी, चंद्र बाउरी आदि ने कहा कि बीते 28 नवंबर से ही ग्रामीणों की तबीयत बिगड़नी शुरू हुई. स्थानीय पार्षद श्री बाउरी ने कोई पहल नहीं की.
गुरूवार को कलावती बाउरी की मौत जिला अस्पताल में हो गयी. ग्रामीणों ने निगम मुख्यालय में ज्ञापन सौंपा. निगम स्तर से सिर्फ ब्लिचिंग पावडर का छिड़काव किया गया. सोमवार को जिला अस्पताल से बर्दवान मेडिकल कॉलेज रेफर किये जाने पर रास्ते में ही महालया बाउरी की मौत हो गयी. ग्रामीणों ने एमएमआइसी श्री भगत से शिकायत की.
स्थानीय कांग्रेस नेता सह बाउरी समाज के जिला उपाध्यक्ष नव कुमार बाउरी ने घटना के लिए निगम प्रशासन की लचर व्यवस्था और स्थानीय पार्षद को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि अगर पार्षद ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो दो लोगों की जान बच सकती थी. निगम प्रशासन जितना अब सक्रिय है, उतना अगर प्रारंभ में सक्रिय होता तो यह स्थिति न होती. स्थानीय पार्षद श्री बाउरी ने कहा कि इलाके में घटना की जानकारी मिलते ही मेयर श्री तिवारी को इसकी सूचना दी गयी थी. उनके स्तर से किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गयी है.
गर्भवती विधवा ने मांगी सहायता
एमएमआइसी श्री भगत से मृतक महालया बाउरी का गर्भवती पत्नी पूर्णिमा बाउरी ने कहा कि उसका पति घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था. वे और उनकी चार वर्षीया बच्ची के पास आजिविका का कोई साधन नहीं है. उनके भरण पोषण की व्यवस्था निगम प्रशासन करे या कैजुअल नौकरी की व्यवस्था की जाये. एमएमआइसी श्री भगत एवं बोरो चेयरमैन श्री नोनिया ने इस संबंध में मेयर श्री तिवारी को अवगत करने का आश्वासन दिया.
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