नयी दिल्ली:गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करने वाली महिलाओं के बच्चों को काफी नुकसान पहुंचता है. इस बात का खुलासा एक रिसर्च से हुआ है. डेलीमेल की खबर की माने तो धूम्रपान करने वाली माताओं के बच्चों तक यह सीमित नहीं रह जाता है. इसका असर उनके नाती-पोतों तक रहता है. वे किशोरावस्था में मोटापे का शिकार हो सकते हैं साथ हीं उनमें हृदय संबंधी रोग का भी खतरा बना रहता है.
इनकी हड्डी और मांसपेशियां में भी विकार होने का खतरा बना रहता है.अध्ययन में पाया गया है कि गर्भावस्था में धूम्रपान न करने वाली महिलाओं और धूम्रपान करने वाली महिलाओं के बच्चों के स्वास्थ में काफी अंतर पाया जाता है. धूम्रपान करने वाली महिलाओं के बच्चों में किशोरावस्था में चर्बी की मात्रा बढ़ने का खतरा अधिक रहता है. जिसके कारण उनमें मोटापा जैसा रोग किशोरावस्था में ही हो जाता है.
अध्ययन में पता चला कि धूम्रपान करने वाली माताओं के बच्चों जब किशोरावस्था में पहुंचते हैं तो उनमें से एक तिहाई से ज्यादा के शरीर में 26 फीसदी ज्यादा चर्बी जमा हो जाती है. गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान निकोटीन बच्चों के शरीर में इकट्ठा हो जाता है.एनएचएस की माने तो गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करने पर बच्चे का जन्म समय से पहले होने का खतरा बना रहता है. ऐसा होने पर बच्चा अन्य बच्चों की तुलना में थोड़ा कमजोर होता है और रोग वर्धक क्षमता उनमें कम हो जाती है.