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अबु बकर अल बगदादी को 2014 में घोषित किया गया था मुसलमानों का खलीफा, जानें IS का इतिहास

इस्लामिक स्टेट का सरगना अबु बकर अल बगदादी कल सीरिया के इडलिब में प्रांत में मारा गया. इस बात का दावा खुद अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया है. अमेरिकी सेना के ऑपरेशन के दौरान बगदादी को अमेरिकी सेना ने जब चारों ओर से घेर लिया तो वह एक सुरंग में घुस गया और भागने लगा. जब […]

इस्लामिक स्टेट का सरगना अबु बकर अल बगदादी कल सीरिया के इडलिब में प्रांत में मारा गया. इस बात का दावा खुद अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया है. अमेरिकी सेना के ऑपरेशन के दौरान बगदादी को अमेरिकी सेना ने जब चारों ओर से घेर लिया तो वह एक सुरंग में घुस गया और भागने लगा. जब उसे यह लगा कि वह बच नहीं सकता है तो उसने अपने जैकेट पर लगे विस्फोटक से ब्लास्ट कर लिया जिसमें उसकी मौत हो गयी. उसके साथ उसके तीन बच्चे भी इस विस्फोट में मारे गये.

अमेरिकी सरकार का दावा है कि खूंखार बगदादी अपने अंतिम समय में रहम की भीख मांग रहा था, उस वक्त उसके पीछे अमेरिकी आर्मी के खूंखार कुत्ते दौड़ रहे थे. इस बात की चर्चा इसलिए क्योंकि बगदादी उस आतंकी संगठन का सरगना था जिसने लोगों पर कभी रहम नहीं किया.

क्या है इस्लामिक स्टेट का इतिहास

इस्लामिक स्टेट या आईएसआईएस एक आतंकी संगठन है, जो वर्ष 1999 से सक्रिय है, लेकिन 2014 से इसके कारनामे विश्व मानचित्र पर ज्यादा प्रकाश में आये. पहले इसे आईएसआईएस अर्थात् ‘इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया’ कहा जाता था. इस्लामिक स्टेट की पहचान एक क्रूर आतंकी संगठन के रूप में की जाती है, जिसे दुनिया का सबसे अमीर आतंकी संगठन माना जाता है. इस संगठन का बजट अनुमानत: दो अरब डॉलर का है. इस्लामिक स्टेट ने 2014 में अपने सरगना को मुसलमानों का खलीफा घोषित कर दिया और इसका उद्देश्य विश्व के मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों पर अपना कब्जा स्थापित करना है. इस्लामिक स्टेट ने अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए सबसे पहले जॉर्डन, इजरायल, फिलिस्तीन, लेबनान, कुवैत, साइप्रस तथा दक्षिणी तुर्की के हिस्सों पर अपना प्रभाव कायम किया. आईएसआईएस के सदस्यों की संख्या करीब 10,000 मानी जाती है. यह भी कहा जाता है कि बगदादी अलकायदा के ही इराकी संगठन का प्रमुख था, जिसे आईएसआईएस नाम दिया गया.

वीडियो जारी कर अपना खौफ कायम किया

इस्लामिक स्टेट ने कई ऐसे वीडियो जारी किये जिसमें उसने पत्रकारों, सैन्यकर्मियों और कई आम लोगों का सिर कलम करते हुए वीडियो जारी किया. इस वीडियो के कारण इस संगठन की छवि एक खूंखार आतंकी संगठन की बन गयी है. इस्लामिक स्टेट ने महिलाओं के साथ भी काफी क्रूरता की और उन्हें सेक्स स्लेव के तौर पर रखा. यजीदी महिला नादिया मुराद जो सेक्स स्लेव रहीं और किसी तरह उनके चंगुल से भागकर निकलीं, उन्होंने अपनी किताब में उनकी बर्बरता का जिक्र किया है.

अलकायदा का मिला था समर्थन

इस्लामिक स्टेट को शुरुआत में में अलकायदा का समर्थन मिला था, लेकिन धीरे-धीरे अलकायदा इस संगठन से अलग हो गया. आज यह स्थिति है कि इस्लामिक स्टेट सबसे मजबूत और खतरनाक आतंकी संगठन है. आईएस के आंतकी विदेशी नागरिकों और गैर मुस्लिमों को बंधक बनाते थे और उनको छोड़ने के एवज में पैसा वसूलते हैं, जो उनकी आय का मुख्य स्रोत है. साथ ही कच्चा तेल भी उनकी आय का जरिया है.

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