दिल्ली विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में प्रवेश के लिए आवेदन 7 जून से शुरू हो चुके हैं. अगर आप भी मैनेजमेंट क्षेत्र के विशेषज्ञ बनना चाहते हों, तो बीएमएस में प्रवेश लेना आपके लिए बेहतर विकल्प साबित होगा. इस प्रोग्राम में प्रवेश से संबंधित जानकारियां दे रहा है यह आलेख.
बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (बीएमएस) दिल्ली विश्वविद्यालय का एक बेहद चर्चित और मांगवाला प्रोग्राम है.
कैसे हुआ जन्म
बीएमएस पिछले शैक्षणिक सत्र से वजूद में आया. इसके लिए बैचलर ऑफ बिजनेस इकोनॉमिक्स (बीबीइ), बैचलर ऑफ बिजनेस स्टडीज (बीबीएस) और बैचलर ऑफ फाइनेंशियल एंड इंवेस्टमेंट एनालिसिस (बीएफआइएफ) को खत्म किया गया. यह कोर्स दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑॅफ मैनेजमेंट स्टडीज (एफएमएस) की मदद से बनाया और चलाया जा रहा है. यह कोर्स उन विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो मैनेजमेंट के क्षेत्र में कैरियर बनाने का लक्ष्य रखते हैं.
किन कॉलेजों में है उपलब्ध
बीएमएस प्रोग्राम दिल्ली विश्वविद्यालय के छह कॉलेजों में पढ़ाया जाता है. इनके नाम हैं- शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज, केशव महाविश्वविद्यालय, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, भीम राव आंबेडकर कॉलेज, दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज.
दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी छह कॉलेजों में इस प्रोग्राम के लिए कुल 840 सीटें तय की गयी हैं.
कौन होंगे योग्य
बीएमएस के लिए होनेवाली परीक्षा में सिर्फ वे अभ्यर्थी ही हिस्सा ले सकते हैं, जो 12वीं पास हैं. 12वीं किसी भी स्ट्रीम से किये हुए अभ्यर्थी इसके लिए योग्य माने जायेंगे. सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग के आवेदकों के 12वीं में कम से कम 60 फीसदी अंक होने चाहिए.
आवेदन का तरीका
आवेदकों को बीएमएस के लिए डीयू सीइटी 2014 अप्लीकेशन फॉर्म को ऑनलाइन भरना होगा. सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग को 500 और अनुसूचित जाति-जनजाति और शारीरिक रूप से अक्षम आवेदकों को 250 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा.
कैसे मिलेगा प्रवेश
इस प्रोग्राम में दाखिला प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा. परीक्षा पास करनेवालों को पर्सनल इंटरव्यू का भी सामना करना पड़ेगा. इसमें प्रवेश परीक्षा के और 12वीं के अंकों को 50-50 फीसदी महत्व दिया जायेगा. पर्सनल इंटरव्यू की शुरुआत इसी वर्ष से हुई है.
परीक्षा पद्धति
यह परीक्षा कुल दो घंटे की होगी. इसमें वस्तुनिष्ठ प्रकार और बहुविकल्पीय प्रकार के कुल 100 प्रश्न आयेंगे. परीक्षा कुल 300 अंकों की होती है. ये प्रश्न चार सेक्शनों के तहत पूछे जाते हैं. ये सेक्शन हैं – क्वांटिटेटिव एबिलिटी, रीजनिंग और एनालिटिकल एबिलिटी, जनरल इंगलिश, बिजनेस और जनरल अवेयरनेस. सही उत्तर पर तीन अंक दिये जायेंगे. गलत उत्तर होने पर एक अंक काटा जायगा.
छात्रों को मैनेजमेंट से संबंधित 12वीं स्तर की किताबों से मदद लेनी चाहिए. साथ ही रोज एक अखबार जरूर पढ़ें. प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित किताबें पढ़ें, इससे जनरल अवेयरनेस के सेक्शन की अच्छी तैयारी होगी.