ज़्यादातर लोग फ़ेसबुक पर अपनी सेल्फी पोस्ट करते हैं. ये सेल्फी अकेले या अपनों के संग होती है. कनाडा में ऐसी ही एक सेल्फी की वजह से एक क़ातिल महिला को जेल की हवा खानी पड़ेगी.
शायेन एंटोनी को अपनी ही दोस्त ब्रिटनी गैरगोल की हत्या करने का दोषी पाया गया है. कोर्ट ने मार्च 2014 के इस केस में सुनवाई करते हुए शायेन को सात साल की सज़ा सुनाई है.
ब्रिटनी के मर्डर केस में पुलिस को शायेन की फ़ेसबुक सेल्फ़ी से सुराग मिला. दरअसल शायेन और ब्रिटनी दोनों के बीच गहरी दोस्त थी. दोनों एक रात पार्टी के लिए बाहर निकलती हैं. उस रात की अगली सुबह पुलिस को शायेन की लाश मिलती है.
लाश के पास पुलिस एक बेल्ट भी बरामद करती है. जब पुलिस ब्रिटनी के बारे में शायेन से सवाल करती है तो उनका जवाब कुछ यूं था, 'हम दोनों एक हाउस पार्टी से कुछ बार गए. इसके बाद ब्रिटनी एक अज्ञात आदमी के साथ कहीं चली गईं और मैं अपने अंकल से मिलने के लिए आ गई.'
पुलिस को शायेन की इस बात पर भरोसा नहीं होता है. पुलिस शायेन को केस में संदिग्ध मानते हुए आगे की जांच शुरू करती है.

फ़ेसबुक सेल्फी से मिला सुराग
पुलिस की निगाहें ब्रिटनी के ग़ायब होने के अगले दिन की एक फ़ेसबुक सेल्फी पर टिकती हैं.
इस सेल्फी में शायेन और ब्रिटनी दोनों नज़र आ रहे थे. शायेन ने इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा था, 'तुम कहां हो. तुम्हारे बारे में कुछ पता नहीं चल रहा. उम्मीद है कि तुम घर सुरक्षित पहुंच गई होगी.'
इस तस्वीर में शायेन ने जो बेल्ट पहनी थी, ये वही बेल्ट है जिसे पुलिस ने ब्रिटनी की लाश के पास बरामद किया था. पुलिस का शक गहरा जाता है.
इस बीच शायेन भी एक दोस्त का अपना ज़ुर्म कबूल करती हैं. वो बताती हैं, 'हम दोनों ने शराब पी रखी थी और ड्रग्स भी ले रखा था. तभी एक बात को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी. मैं मानती हूं कि मैंने अपनी दोस्त का गला घोंटकर उसे मार दिया. पर क्या कब कैसे हुआ, ये मुझे ढंग से याद नहीं.'
सेल्फी और इस कबूलनामे की बिनाह पर पुलिस शायेन को गिरफ्तार करती है.
कोर्ट में शायेन अपनी जुर्म कबूलती हैं.
वकील के ज़रिए एक बयान में वो कहती हैं, 'मैं कभी ख़ुद को माफ़ नहीं करूंगी. मेरा कुछ कहना या करना ब्रिटनी को वापस नहीं ला सकता. मुझे बहुत बहुत दुख है. ये नहीं होना चाहिए था.'
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)
>