Utsav-Bharat@2047: केन्द्रीय युवा मामले और खेल तथा सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज युवाओं को भविष्य का निर्माता बताया और उनसे देश के विकास के लिए काम करने को कहा. ठाकुर ने पंजाब में आईआईटी, रोपड़ से अखिल भारतीय युवा उत्सव-भारत@2047 का शुभारंभ किया. उन्होंने युवा उत्सव का डैशबोर्ड भी लॉन्च किया. युवा उत्सव का आयोजन एक साथ देश में... प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश), हरिद्वार (उत्तराखंड), धार और होशंगाबाद (मध्य प्रदेश), हनुमानगढ़ (राजस्थान), सरायकेला (झारखंड), कपूरथला (पंजाब), जलगांव (महाराष्ट्र), विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश), करीमनगर (तेलंगाना), पल्लकड़ (केरल) और कुड्डालोर (तमिलनाडु) में किया जा रहा है.
हम दुनिया में सबसे बड़ी युवा-शक्ति
समारोह को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा- हम दुनिया में सबसे बड़ी युवा-शक्ति हैं और हमें अपनी अपार क्षमता हासिल करने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने युवाओं से कहा- आपको (युवाओं) अपना जीवन सिर्फ अपने, अपने करियर या अपने परिवार के लिए नहीं जीना चाहिए. देश के भविष्य और देश के विकास के लिए संकल्प लें. हम उस बदलाव का हिस्सा बनें, जो हम देखना चाहते हैं.
सामाजिक कारण चुनें, जो दिल के करीब
मंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि वे एक सामाजिक कारण चुनें, जो उनके दिल के करीब हो और इन मुद्दों के समाधान के लिए काम करें. उन्होंने कहा- युवा सिर्फ वर्तमान नहीं हैं, बल्कि आप लोग भविष्य के निर्माता भी हैं. ठाकुर ने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का जिक्र किया और युवाओं से उन्हें गौरवान्वित करने का आग्रह किया. ठाकुर ने मोटे अनाज के महत्व पर भी बात की. उन्होंने कहा कि मोटे अनाज से किसानों की आय में बढ़ोतरी की संभावना है और इनसे पानी की बचत होती है तथा मिट्टी की उर्वरता बहाल हो जाती है.
भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इको-प्रणाली
केन्द्रीय मंत्री ने कहा- आज, भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इको-प्रणाली बन गया है. हमारे यहां 107 यूनीकॉर्न हैं. किसी भी देश में एक दिन में सबसे ज्यादा स्टार्ट-अप हमारे यहां ही होते हैं. उन्होंने कहा- हमारी अर्थव्यवस्था ‘फ्रेजाइल-फाइव’ से बढ़कर ‘फर्स्ट-फाइव’ में आ गई है. ये सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों तथा स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैंड-अप इंडिया जैसी पहलों के कारण संभव हुआ है. पहले चरण में युवा उत्सव कार्यक्रमों की मेजबानी जिले के स्कूल और कॉलेज द्वारा की जा रही है, जिसमें पड़ोस के शिक्षण संस्थानों के अलावा युवा स्वयंसेवी तथा एनवाईकेएस से सम्बद्ध युवा क्लब के सदस्य भाग ले रहे हैं.