PM Modi Talked With Shubhanshu Shukla: ’16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त देखता हूं,’ स्पेस सेंटर में मौजूद शुभांशु शुक्ला ने पीएम मोदी से की बात

PM Modi Talked With Shubhanshu Shukla: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से शनिवार को बात की. इस दौरान शुभांशु ने अपना अनुभव साझा किया.

By ArbindKumar Mishra | June 28, 2025 7:37 PM

PM Modi Talked With Shubhanshu Shukla: अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने कहा, “आज आप अपनी मातृभूमि से दूर हैं, लेकिन आप भारतीयों के दिलों के सबसे करीब हैं…आपके नाम में भी शुभ है और आपकी यात्रा नए युग का शुभारंभ भी है.” पीएम मोदी ने कहा, “इस समय सिर्फ हम दोनों ही बात कर रहे हैं, लेकिन 140 करोड़ भारतीयों की भावनाएं भी मेरे साथ हैं. मेरी आवाज में सभी भारतीयों का उत्साह और उमंग है. मैं आपको अंतरिक्ष में हमारा झंडा फहराने के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. क्या वहां सब ठीक है? क्या आप ठीक हैं?”

यह यात्रा सिर्फ मेरी नहीं बल्कि पूरे देश की यात्रा : शुभांशु

पीएम मोदी के साथ बातचीत में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा, “पीएम मोदी, आपकी शुभकामनाओं और 140 करोड़ भारतीयों की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद. मैं यहां ठीक और सुरक्षित हूं. मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं, यह एक नया अनुभव है. यह यात्रा सिर्फ़ मेरी नहीं बल्कि पूरे देश की यात्रा है. आपके नेतृत्व में, आज का भारत अपने सपनों को पूरा करने के लिए कई अवसर प्रदान करता है. मैं यहां भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.”

अपने साथ गाजर का हलवा लेकर स्पेस सेंटर लेकर गए हैं शुभांशु

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से बातचीत के दौरान, पीएम मोदी ने उनसे पूछा कि क्या उन्होंने अपने साथ गाजर का हलवा लिया है. ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा, “हां, मैंने गाजर का हलवा, मूंग दाल का हलवा और आम रस खरीदा है. मैं चाहता था कि दूसरे देशों से मेरे साथ आए सभी लोग समृद्ध भारतीय व्यंजनों का आनंद लें. हम सभी ने इसे एक साथ खाया और सभी को यह पसंद आया.”

16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त देखते हैं शुभांशु

अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने पीएम मोदी से बातचीत में कहा, “थोड़ी देर पहले, जब मैं खिड़की से बाहर देख रहा था, तो हम हवाई के ऊपर उड़ रहे थे. हम कक्षा से दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्त देखते हैं. मैं 28000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ब्रह्मांड की सैर कर रहा हूं. हमारा देश बहुत तेज गति से आगे बढ़ रहा है.”