कोविशील्ड, कोवैक्सीन ले चुके लोगों को बूस्टर डोज के रूप में कोर्बेवैक्स देने पर विचार

Booster Dose of Corbevax : भारत के औषधि महानियंत्रक ने कोर्बेवैक्स को 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए एहतियाती खुराक के रूप में इस्तेमाल करने के लिए चार जून को मंजूरी दी थी. पहले स्वदेश विकसित आरबीडी प्रोटीन सबयूनिट टीके कोर्बेवैक्स का उपयोग 12 से 14 साल तक के बच्चों के लिए किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2022 6:41 AM

Booster Dose of Corbevax: कोविड-19 रोधी कोविशील्ड (Covishield) या कोवैक्सीन (Covaxin) की दोनों खुराक ले चुके लोगों के लिए बायोलॉजिकल ई के टीके कोर्बेवैक्स (Corbevax) को बूस्टर खुराक (Booster Dose) के तौर पर इस्तेमाल की अनुमति देने पर एनटीएजीआई विचार कर सकता है, जिसकी बैठक मंगलवार को होगी. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

12 से 14 साल के बच्चों को दिया जा रहा है कोर्बेवैक्स

भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने कोर्बेवैक्स को 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए एहतियाती खुराक के रूप में इस्तेमाल करने के लिए चार जून को मंजूरी दी थी. भारत के पहले स्वदेश विकसित आरबीडी प्रोटीन सबयूनिट टीके कोर्बेवैक्स का उपयोग इस समय 12 साल से 14 साल तक के बच्चों के लिए किया जा रहा है.

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NTAGI की बैठक में होगा विचार

एक सूत्र ने बताया कि ‘टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह’ (NTAGI) कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके लोगों के लिए बूस्टर खुराक के रूप में कोर्बेवैक्स के उपयोग की अनुमति देने पर विचार-विमर्श करेगा, जिसे डीसीजीआई मंजूर कर चुका है.

सरकार की यह सलाहकार समिति सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित देश के पहले सर्वाइकल कैंसर रोधी क्वाड्रिवैलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस (क्यूएचपीवी) टीके के परीक्षण आंकड़ों की भी समीक्षा कर सकता है. सूत्रों ने बताया था कि एनटीएजीआई के एक अलग एचपीवी कार्यसमूह ने आठ जून को टीके के क्लिनिकल परीक्षण के आंकड़ों का और इसे राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने की उपयोगिता का अध्ययन किया था.

देश में बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले

उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. आज महाराष्ट्र में 2,369 नये मामले सामने आये हैं. देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है. कोरोना से मौत के आंकड़े भी सामने आने लगे हैं, जो पिछले कुछ दिनों से नहीं आ रहे थे. सोमवार को महाराष्ट्र में कोरोना से 5 लोगों की मौत हुई, जबकि राजधानी दिल्ली में 3 लोगों की मौत हो गयी.

दिल्ली में मिले 628 संक्रमित

राहत की बात यह है कि कोरोना के जो मामले अभी सामने आ रहे हैं, उनमें लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ती. सिर्फ गंभीर रूप से बीमार लोगों को ही अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आती है. इनमें से भी अधिकतर लोग स्वस्थ होकर लौट रहे हैं. दिल्ली में आज कोरोना संक्रममण के 628 नये मामले दर्ज किये गये, जबकि 1,011 लोग स्वस्थ होकर अपने घर गये.

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